शिवम मिश्रा, रायपुर। गेम खेलने के लिए घर से बिना बताए पैसा निकालने पर माता-पिता की डांट-फटकार से नाराज बच्चे ने घर छोड़ दिया. देर शाम तक बच्चे के घर नहीं लौटने पर परेशान माता-पिता ने पुलिस को सूचना दी. दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस टीम को बच्चा मिला, लेकिन घर जाने के अनिच्छुक बच्चे ने टीआई अंकल का फोन नंबर मिलने पर वापस लौटने पर राजी हुआ.
जानकारी के मुताबिक, 12 वर्षीय मुकुल बिसेन शुक्रवार शाम करीबन 4.30 बजे घर से ट्यूशन जाने के लिए अपनी साइकिल में निकला था, लेकिन देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर माता-पिता ने पतासाजी की, जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी. न्यू राजेंद्र नगर थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने मामला संज्ञान में आते ही जिले के थाना प्रभारियों के वाट्सएप ग्रुप में डालकर सभी को जानकारी दी. इसके साथ बच्चे की तलाश में 6 टीम को तत्काल आसपास के इलाकों में पतासाजी के लिए लगा दिया. 2 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को बच्चा पचपेड़ी नाका इलाके में मिल गया.
पुलिस ने बच्चे को थाने में लाने के साथ माता-पिता को सूचना दी. थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने बच्चे से पूछा कि वह घर छोड़ कर क्यों चला गया था तो बताया कि कुछ दिनों पहले गेम खेलने के लिए अपने घर से 13000 रुपए बिना किसी को बताए निकाल लिया था, इसकी जानकारी मिलने पर माता-पिता लगातार उससे डांट-फटकार कर रहे थे. परेशान मुकुल ने घर छोड़कर जाने का फैसला ले लिया, और ट्यूशन जाने के नाम से निकल गया.
देर रात तक थाना प्रभारी के समझाने के बाद नाबालिक बच्चे के मोबाइल में विशाल कुजूर ने अपना नंबर सेव कर आया और कहा कि अगर कोई भी परेशानी भविष्य में आती हो तो तुम टीआई अंकल को कॉल कर लेना. इतना सुनने के बाद बच्चे को पुलिस पर भरोसा हुआ और वह थाना प्रभारी के कहने पर खुशी-खुशी उनके साथ रात करीब 1 बजे अपने घर जाने के लिए तैयार हो गया. बच्चे को समझाइश देने के बाद थाना प्रभारी ने बच्चे के साथ सेल्फी दी.
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इस मामले पर न्यू राजेंद्र नगर थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने बताया कि 12 वर्षीय नाबालिक बालक के गुम होने की सूचना मिली थी. पूरे मामले को तत्काल एसपी के संज्ञान में लाते हुए बच्चे की तलाश शुरू की गई. पुलिस की टीम ने 2 से 3 घंटे के भीतर ही बच्चे को ढूंढ निकाला, और उसे समझाइश देकर अपना नंबर उसके मोबाइल में डालकर माता-पिता को सुपुर्द किया गया.
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