रायपुर। 2 अक्टूबर को महात्मा गाँधी की जयंती है. इस मौके पर भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े कार्यक्रम देश भर में हैं. भाजपा की ओर से देश भर में 2 अक्टूबर से पदयात्रा की शुरुआत हो रही है. भाजपा के इसी गाँधी प्रेम पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेहद करारा तंज कसा है. शनिवार को राजीव भवन में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने सीधे और सपाट शब्दों में आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, कि जिस दिन आरएसएस और भाजपा के लोग गोड़से मुर्दाबाद कहेंगे मैं मानूंगा कि आरएसएस के लोग सच में गांधी जी को मानते हैं. सीएम ने यह भी कहा कि मोदीजी, मोहन भागवत और आरएसएस के लोगों को स्वीकार करना चाहिए की गोड़से ने गांधीजी की हत्या की थी.

भूपेश बघेल के इस बयान से सियासी बवाल का मचना तो तय, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने एक तरह यह चुनौती भी संघ और भाजपा को दी है, कि वह गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाकर दिखाए. भाजपा और संघ के लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा. क्योंकि कई मौके पर संघ और भाजपा के कई नेता गोडसे के पक्ष में बोलते नज़र आ चुके हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान साध्वी प्रज्ञा भी गोडसे की तारीफ करते नज़र आई थी. ऐसे में भूपेश बघेल ने संघ और भाजपा को गाँधी बनाम गोडसे के बीच खड़ा करके उन्हें इस पर जवाब देने मे मजबूर तो कर ही दिया है.