सुप्रिया पांडेय, रायपुर। गांधी जी के रास्ते में चलकर न केवल हिंदुस्तान बल्कि विश्व के 17 देशों ने आजादी हासिल की, उसके पहले तक जितने भी युद्ध होते थे, उसमें अस्त्र का प्रयोग होता था. गांधी जी ने सत्य और अहिंसा का रास्ता अपनाया. सत्य के माध्यम से उन्होंने लड़ाई लड़ी. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव भवन में महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कही.

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर राजीव भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम के साथ कांग्रेस विधायक, पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पूरे देश और दुनिया के लोग बहुत ही श्रद्धा के साथ स्मरण कर रहे हैं. गांधी जी का स्पष्ट मानना था कि हिंसा के माध्यम से जो जीत हासिल होगी, उसमें शांति स्थापित नहीं होगी, इसलिए आवश्यक है कि जो भी लड़ाई जीती जाए वह सत्य के माध्यम से हो, जिससे शांति की स्थापना हो सके. गांधीजी उस समय जितने आवश्यक थे, गांधीवाद आज भी उतना ही आवश्यक है.