Ganesh Chaturthi 2025 : आज से शुरू हुआ दस दिवसीय गणेशोत्सव हर घर-परिवार में खुशियों का संदेश लेकर आया है. परंपरा के अनुसार भगवान गणेश की स्थापना वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि-विधान से होती है, लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो संस्कृत श्लोक या लंबी पूजा पद्धति का पालन करने में सक्षम नहीं होते. ऐसे भक्तों के लिए एक सरल और सहज विधि बताई गई है, जिसमें केवल एक मंत्र से गणपति बप्पा की स्थापना की जा सकती है.

आसान विधि से स्थापना

घर के पूजन कक्ष या उत्तर-पूर्व दिशा को स्वच्छ करके पीले या लाल कपड़े का आसन बिछाएं. उस पर भगवान गणेश की प्रतिमा या फोटो विराजमान करें. दीपक और धूप जलाकर श्रद्धा से हाथ जोड़ें और संकल्प लें—हे गणपति बप्पा, मेरे घर पधारिए और विघ्नों का नाश कर सुख-समृद्धि प्रदान कीजिए.

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इसके बाद केवल एक मंत्र का जाप करें

ॐ गण गणपतये नमः
इस मंत्र को 11, 21 या जितनी बार संभव हो, पूरी श्रद्धा से दोहराएं.

भोग और आरती

भगवान को मोदक, लड्डू, दूर्वा घास और फल अर्पित करें. पूजा के अंत में आरती गाकर वातावरण को मंगलमय बनाएं.

शुभ मुहूर्त

ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस वर्ष गणेश स्थापना का सबसे शुभ समय सुबह 11:01 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक और दूसरा मुहूर्त दोपहर 1:39 बजे से शाम 6:05 बजे तक रहेगा. इस समय पर गणपति की स्थापना विशेष फलदायी मानी गई है.

क्यों है खास यह विधि

धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश भाव के भूखे हैं, आडंबर के नहीं. इसलिए यदि वैदिक मंत्रोच्चारण संभव न हो तो भी केवल शुद्ध मन, दीप-धूप और यह छोटा मंत्र भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पर्याप्त है. इस गणेशोत्सव पर यदि आप पूरे शास्त्रीय विधान से पूजा नहीं कर पा रहे, तो चिंता की आवश्यकता नहीं. केवल भक्ति और यह एक मंत्र ही बप्पा को अपने घर में विराजमान करने और आशीर्वाद पाने के लिए पर्याप्त है.