देश में 12 हजार से अधिक वाहनों के लिए नकली बीमा पॉलिसी जारी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. गाजियाबाद की साइबर थाना पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक बीमा कंपनी का एजेंट भी शामिल है. अधिकारियों के अनुसार, कंपनी के एक अन्य एजेंट और दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी खोज जारी है.

नोएडा सेक्टर-22 के बी-49 निवासी संजय ठाकुर, जो दिल्ली के मर्केंटाइल हाउस में आईसीआईसीआई लोंबार्ड जीआईसी कंपनी में डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट हैं, ने साइबर थाने में कंपनी के दो एजेंटों, हापुड़ निवासी रोहित कुमार और गाजियाबाद के रिछपालपुरी निवासी विकास कश्यप के खिलाफ मामला दर्ज कराया. आरोप है कि दोनों ने गलत वाहन श्रेणी के तहत मोटर बीमा पॉलिसी जारी की, जिससे प्रीमियम की राशि हड़पने और डिवीजनल ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों को धोखा देने का प्रयास किया गया. पॉलिसी दस्तावेजों में कॉमर्शियल वाहनों, निजी कारों और माल वाहक वाहनों को दोपहिया वाहनों के रूप में गलत तरीके से दर्शाया गया. रोहित कुमार ने 12.31 लाख रुपये प्रीमियम की 858 और विकास कश्यप ने 18.50 लाख रुपये प्रीमियम की 128 बीमा पॉलिसी गलत तरीके से जारी की थीं. एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि फर्जी मोटर बीमा पॉलिसी जारी करने वाले गिरोह का पता लगाया जा रहा है.

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तकनीकी खामी का लाभ उठाने का मामला: एडीसीपी क्राइम के अनुसार, विकास कश्यप ने पूछताछ में बताया कि वह आईसीआईसीआई लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी में बीमा एजेंट है. पुराने कॉमर्शियल और मालवाहक वाहनों के मालिक केवल थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराते हैं. दुर्घटना के समय कोर्ट से क्लेम लेने के अलावा इस बीमा पॉलिसी की अन्य किसी कार्य में आवश्यकता नहीं होती. इस कारण से, इस पॉलिसी में छेड़छाड़ कर कम मूल्य की थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करने पर उसका सत्यापन नहीं किया जाता. कम दर की पॉलिसी ऑनलाइन वाहन बीमा की आवश्यकता को पूरा कर देती है, जिससे वाहन मालिक को यह भी नहीं पता चलता कि उसकी पॉलिसी फर्जी है. विकास कश्यप के अनुसार, इसी का लाभ उठाकर वह और अन्य आरोपी पुराने कॉमर्शियल और मालवाहक वाहनों के मालिकों से पूरी प्रीमियम राशि वसूलते थे, जबकि पॉलिसी जनरेट नहीं करते थे.

लगभग 14 करोड़ का फर्जीवाड़ा

एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने जानकारी दी है कि प्रारंभिक जांच में गैंग द्वारा देशभर में 12,000 से अधिक वाहनों के लिए फर्जी बीमा पॉलिसी जारी करने का खुलासा हुआ है, जिससे लगभग 14 करोड़ रुपये का धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इनमें से 61 फर्जी बीमा पॉलिसी गाजियाबाद के वाहनों से संबंधित हैं. एडीसीपी ने बताया कि आरोपी आईसीआईसीआई लोंबार्ड और चोला मंडलम इंश्योरेंस कंपनी की फर्जी मोटर बीमा पॉलिसी भी बनाते थे. इस मामले में चोला मंडलम इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारियों से संपर्क कर डेटा प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. एडीसीपी ने यह भी बताया कि एजेंट रोहित सहित दो आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं.