बदायूं. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक दिल दहला देने वाली घटना ने समाज को शर्मसार कर दिया था। बदायूं में महिला के साथ गैंगरेप हुआ और फिर उसकी निर्मम तरिके से हत्या कर दी गई। इस घटना पर मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया और इस घटना की कड़ी निंदा भी की है. सरकार ने मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. वहीँ पीड़ित परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि भी दी गयी है.
सीएम योगी ने एसटीएफ को जांच के लिए आदेशित किया है. मामले में पीडिता को जल्द से जल्द न्याय दिया जाए। इस केस में जिला पुलिस के साथ एसटीएफ भी जांच करेगी। साथ ही एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार है।
वहीं सरकार ने फरार आरोपी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. आरोपी की तलाश जारी है, जिसकी के लिए पुलिस की लगभग 4 गाड़ियां खोजबिन में लगा दी गई है.
वहीँ इस मामले में डीएम ने कहा है कि मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा. वहीं प्रशासन ने पीड़िता के परिजनों को रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत 10 लाख रुपये की सहायता राशि और सरकारी योजना का लाभ देने की घोषणा की है.
इस मामले में उघैती थाना पुलिस ने घटना पर लापरवही बरती और एसएसपी ने 44 घंटे तक महिला का पोस्टमार्टम न कराने को लेकर उघैती थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस की लापरवाहियों का ही नतीजा है कि परिजनों को महिला की कुएं में गिरने से मौत होने की बात कहकर चक्कर कटवाते रहे. यहां तक कि पुलिस की गलतियों की वजह से मुख्य आरोपी आसानी से भागने में कामयाब हो गया.
‘महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट’- प्रियंका गांधी
वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है. प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा, हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी, सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया. बदायूं में थानेदार से फरियादी की नहीं सुनी, घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया. प्रियंका गांधी ने महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत पर सवाल खड़े करते हुए लिखा कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार की नियत में ही खोट है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले मे 3 जनवरी की शाम को 50 साल की आंगनबाड़ी सहायिका मंदिर में पूजा करने गई थी. इस दौरान मंदिर पर मौजूद महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल ने गैंगरेप की जघन्य वारदात को अंजाम देते हुए दरिंदगी की। वहीं मृतका के प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज भी डालने की कोशिश की. आंगनबाड़ी सहायिका के शरीर के अन्य हिस्सों में गम्भीर चोटें आई हैं. परिजनों ने उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह करती रही और थाने के चक्कर कटवाती रही.