चंद्रकांत/बक्सर: उत्तर प्रदेश से बिहार में शराब तस्करी करने वालों को लूटने वाले एक संगठित गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटी गई शराब, एक ट्रक, एक लग्जरी कार, हथियार और कारतूस बरामद किए हैं. हालांकि गिरोह का एक अन्य सदस्य, जो भारी मात्रा में हथियारों से लैस था, मौके से फरार होने में सफल रहा. पुलिस अब उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है.

पुलिस की विशेष टीम

एसडीपीओ धीरज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार की रात मुफस्सिल थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी एक लग्जरी कार और एक ट्रक में भारी मात्रा में शराब लेकर उत्तर प्रदेश से बक्सर की ओर आ रहे हैं. सूचना के आधार पर एसपी शुभम आर्य को अवगत कराया गया, जिसके बाद उनके निर्देशानुसार पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई. पुलिस ने चौसा के पास वाहन जांच के दौरान एक ट्रक और एक लग्जरी कार को रोककर तलाशी ली. 

431 लीटर शराब बरामद 

इस दौरान कार में बैठे 5 संदिग्ध पकड़े गए. जब कार की डिक्की खोली गई, तो उसमें 40 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई. इसके अलावा, कार के डैशबोर्ड और ड्राइविंग सीट के कवर के नीचे से 2 देसी कट्टे और 2 कारतूस मिले. वहीं, ट्रक में भी कुछ शराब छिपाकर रखी गई थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया. कुल 431 लीटर शराब बरामद हुई.

कई कुख्यात अपराधी शामिल

पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों में कई कुख्यात अपराधी शामिल हैं. इनमें राजपुर थाना क्षेत्र के जलहरा गांव निवासी उमेश राय का पुत्र गौतम कुमार राय उर्फ अमन राय प्रमुख रूप से शामिल है. वह अगस्त 2023 में कृतपुरा गांव में गोलीबारी की घटना में संलिप्त था, जिसमें हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. यह अपराधी बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी कई मामलों में वांछित रहा है. 

जांच कर रही पुलिस

इसके अलावा गिरफ्तार अभियुक्तों में धनसोई थाना क्षेत्र के चचरिया गांव निवासी उमेश कुमार पांडेय का पुत्र दीपक कुमार पांडेय, राजपुर थाना क्षेत्र के तिलकपुर गांव निवासी रमेश चौहान का पुत्र रामप्रवेश चौहान, इटाढ़ी थाना क्षेत्र के धर्मपुरा गांव निवासी सुनील कुमार ओझा का पुत्र राघव कुमार ओझा और इसी थाना क्षेत्र के देवकुली गांव निवासी श्रीधर ओझा का पुत्र सतीश कुमार ओझा शामिल हैं. पुलिस इन सभी के आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है.

भाग निकला पुराना अपराधी 

गिरोह का एक अन्य अपराधी शिवम ठाकुर, जो ट्रक के पीछे अपनी इनोवा कार में चल रहा था, पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा. बताया जा रहा है कि उसके पास भारी मात्रा में हथियार और कारतूस थे. पुलिस अब उसकी तलाश में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. 

तस्करों को लूटते थे अपराधी 

इस गिरोह का आपराधिक तरीका बेहद शातिराना था. ये अपराधी उत्तर प्रदेश से बिहार में शराब की तस्करी करने वाले तस्करों को निशाना बनाते थे. वे स्वयं को पुलिसकर्मी बताकर तस्करों को रोकते और उनकी शराब लूट लेते थे. इसके बाद वे इस शराब को खुद बाजार में खपा देते थे. रविवार की रात भी उन्होंने इसी तरह उत्तर प्रदेश से बिहार आ रहे एक ट्रक को लूट लिया था और शराब का 90% हिस्सा बेच चुके थे. इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली और वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

सफेदपोशों का प्राप्त था संरक्षण

जांच में यह भी सामने आया है कि इन अपराधियों को कुछ सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त था, जिससे उनका आपराधिक नेटवर्क तेजी से फैल रहा था. पुलिस अब इन सफेदपोशों की भूमिका की भी जांच कर रही है और संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी रखी जा रही है. पुलिस ने सभी गिरफ्तार अपराधियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि फरार अपराधी की तलाश में सघन छापेमारी की जा रही है.

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