आमोद कुमार/भोजपुर/बड़हरा। जिले के कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के बलुआ गंगा घाट पर मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब छठ पूजा से पहले स्नान करने पहुंचे एक ही परिवार के चार लोग गंगा में डूब गए। हादसे में पिता और दो बेटों को तो स्थानीय लोगों ने किसी तरह बचा लिया, लेकिन सबसे छोटा बेटा अपनी जान नहीं बचा सका।

गंगा स्नान के दौरान गहराई में गया बेटा

जानकारी के मुताबिक बिहिया थाना क्षेत्र के जज बाजार निवासी अनिल प्रसाद अपने तीन बेटों रंजीत अमरजीत और विश्वजीत के साथ छठ पूजा से पहले गंगा स्नान के लिए बलुआ घाट पहुंचे थे। स्नान के दौरान विश्वजीत अचानक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। बेटे को डूबता देख पिता अनिल प्रसाद और दोनों बड़े बेटे उसे बचाने के लिए पानी में उतर गए लेकिन चारों एक साथ बहाव में फंस गए। घाट पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए किसी तरह अनिल प्रसाद रंजीत और अमरजीत को बाहर निकाल लिया लेकिन विश्वजीत गहराई में समा गया।

तीन घंटे की मशक्कत के बाद SDRF ने बरामद किया शव

घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम दोपहर करीब दो बजे मौके पर पहुंची और गंगा में तलाशी अभियान शुरू किया। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद SDRF के जवानों ने विश्वजीत का शव बरामद कर लिया। शव मिलते ही घाट पर चीख-पुकार मच गई। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था और देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए।

सुरक्षा इंतजामों की कमी पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों ने बताया कि घाट पर किसी तरह की सुरक्षा या निगरानी की व्यवस्था नहीं थी। न तो बैरिकेडिंग की गई थी और न ही कोई गोताखोर या प्रशासनिक कर्मी मौजूद थे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि छठ पर्व से पहले सभी घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।