दिल्ली। पश्चिम बंगाल की राजनीति में इन दिनों भाजपा ने हलचल पैदा कर दी है। सत्ता में काबिज होने के मिशन में जुटी भाजपा अब सौरभ गांगुली पर डोरे डालने में लगी है। जिसको लेकर दादा सौरभ गांगुली ने पत्ते नहीं खोले हैं।
दरअसल, ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच जारी चुनावी जंग अब खिलाड़ियों तक पहुंच गई है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने रविवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से एक घंटे तक मुलाकात की है। गांगुली और धनखड़ की मुलाकात के बाद उनके भाजपा में जाने को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थी लेकिन सौरभ गांगुली ने साफ कर दिया कि वे सिर्फ गवर्नर के बुलावे पर उनसे मिलने गए थे।
सौरव गांगुली और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात को लेकर राजभवन के सूत्रों ने बताया कि यह दोनों के बीच महज शिष्टाचार भेंट थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। गांगुली ने राज्यपाल से मुलाकात के कारणों को लेकर किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। सूत्रों के मुताबिक भाजपा गांगुली के लिए अभी मैदान तैयार कर रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि उचित समय आने पर दादा भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर पार्टी के लिए मोर्चा संभाल लेंगे।