लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देर रात आजमगढ़ के पूर्व विधायक सीपू सिंह हत्‍याकांड के गवाह और माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई।

राजधानी लखनऊ में काफी अरसे बाद गैंगवार की घटना हुई है। मृतक अजीत सिंह मऊ के गोहना मोहम्‍मदाबाद ब्‍लॉक प्रमुख का प्रतिनिधि भी था। गोलीबारी में अजीत के साथी मोहर सिंह और एक डिलिवरी ब्‍वॉय प्रकाश को भी गोली लगी है। जिन्‍हें इलाज के लिए लोहिया अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने बताया कि हमलावर अजीत के परिचित थे। दोनों तरफ से लगभग 30 राउंड फायरिंग हुई है। मृतक अजीत पर करीब 18 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम हमलावरों की तलाश कर रही है।

 

दरअसल, राजधानी के गोमतीनगर इलाके के विभूतिखंड में कठौता पुलिस चौकी के ठीक सामने कठौता चौराहे पर अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से अजीत सिंह साथी मोहर सिंह के साथ पहुंचे थे। दोनों गाड़ी से उतरकर थोड़ी दूर चले ही थे कि दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ उनपर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। जवाब में अजीत ने भी फायरिंग की। इस दौरान अजीत के सिर में गोली लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। मोहर सिंह और प्रकाश के पैर में गोली लगी और दोनों लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। अजीत मूलरूप से मोहना मोहम्मदाबाद, मऊ के रहने वाले थे और आजमगढ़ में हुई पूर्व विधायक सीपू सिंह की हत्या में गवाह थे। मृतक अजीत बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी और खास थे।