रामकुमार यादव, अंबिकापुर। अम्बिकापुर में प्लास्टिक से लोगों को निजात दिलाने अनोखी मुहिम की शुरूआत की गई है. जिसके तहत एक किलो कचरे पर भरपेट भोजन खिलाने वाला गार्बेज कैफे पूरे शहर में तो मशहूर हो ही गया है. लेकिन अब गार्बेज कैफे इतना फेमस हो गया है कि यहां ऑनलाइन कचरा भेजा जा रहा है. यहां कैफे मैनेजर के नाम एक पार्सल आया है. उस पार्सल में लगभग दो किलो से कुछ अधिक प्लास्टिक वेस्टेज निकला है और यह पार्सल मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ से बाहर का बताया जा रहा है.
जिले के गार्बेज कैफे जोकि बनने से पहले ही सुर्खियों में था एक बार फिर यह सुर्ख़ियों में आ गया है यहां प्लास्टिक वेस्टेज के बदले में भोजन और नाश्ता दिया जाता है जोकि सरगुजा के जिले के अंबिकापुर बस स्टैंड में मौजूद है. जहां आए दिन शहर भर से 10 से 20 किलो का कचरा प्लास्टिक एकत्रित हो रहा है जिसे लोग लेकर गार्बेज कैफे पहुंचते हैं और भोजन और नाश्ता करते हैं 1 किलो प्लास्टिक देने पर भरपेट भोजन मिलता है और आधा किलो प्लास्टिक देने पर नाश्ता दिया जाता है.
पार्सल को लेकर अंबिकापुर के महापौर अजय तिर्की ने कहा पार्सल को जिसने भी भेजा है हम उसका धन्यवाद करते हैं. भविष्य में जब वह आएगा तो वह उनका धन्यवाद करेंगे और उन्हें जो प्लास्टिक के एवज में भोजन दिया जाता है वह दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि गार्बेज कैफे दूर-दूर तक फेमस हो गया है जहां अब ऑनलाइन प्लास्टिक कचरा अंबिकापुर के गार्बेज कैफे में भेजा जा रहा है.