पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले के रवेली गांव का नजारा आज बिल्कुल अलग था. गांव के चारों ओर से बस एक ही आवाज आ रही थी “शहीद राजेश ध्रुव अमर रहे’, ‘शहीद राजेश ध्रुव अमर रहे’, ‘भारत माता की जय’.
झारखंड के सिंहभूम जिले के चाईबासा में एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान आईडी ब्लास्ट में शहीद हुए राजेश ध्रुव का पार्थिव शरीर आज जैसे ही उनके गृहग्राम रवेली पहुंचा. उन्हें अंतिम विदाई देने रवेली के अलावा जिलेभर के बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा हुए थे. सबसे पहले शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास ले जाया गया.
पुलिस और सीआरपीएफ के जवान अपने साथी को गाड़ी से उतारकर अपने कंधों पर उठाकर उन्हें घर तक लेकर गए, जहां लोगो ने तिरंगे में लिपटे शहीद के अंतिम दर्शन किए. ततपश्चात गांव में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. इस दौरान लोगों का हजूम उमड़ पड़ा. जिस गली से भी उनकी अंतिम यात्रा गुजरी लोगों का कारवां बढ़ता चला गया.
मुक्तिधाम में पंचतत्व में विलीन होने से पहले जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. माहौल उस वक्त और भी गमगीन हो गया, जब शहीद की गर्भवती पत्नी ने भी पति की शहादत को सलाम किया. भले ही परिवार के सदस्यों ने रोते हुए अपने लाडले को विदाई दी, लेकिन उन्होंने अपने लाडले की शहादत पर फक्र जताया.