नासिर बेलिम, उज्जैन। भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल के मंदिर में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक पुजारी ने भक्त के द्वारा लाई गई सब्जी और हरी मिर्च महादेव को अर्पित कर दी। जैसे ही घटना का पता अधिकारियों को चला, फौरन ही पुजारी से जवाब तलब किया गया।
बता दें कि यह मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र हैं। दूर-दूर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। लेकिन corona की वजह से अभी मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित है। मंदिर में केवल पुजारी और पुरोहित ही पूजा करने पहुंचते हैं। ऐसे में जो कुछ भी भक्त महाकाल को अर्पित करना चाहते हैं, वो पुजारी के माध्यम से बाबा के चरणों में चढ़ा दिया जाता है।
बीते सोमवार को भी एक भक्त भगवान भोलेनाथ के लिए कुछ साम्रगियां लेकर मंदिर परिसर पहुंचा। जिसे बाबा महाकाल की जलाधारी के पास एक पुजारी ने भगवान के चरणों में अर्पित कर दिया।
भक्त ने दी हरी सब्जियां
वैसे तो आमतौर पर बाबा को भांग, धतूरा, मेवा, फूल और फल चढ़ाया जाता है, लेकिन यह भक्त हरी सब्जी, लहसुन, मिर्च और टमाटर लेकर आया था। यह सामग्री पुजारी ने भगवान महकाल को अर्पित कर दी।
मंदिर की तीसरी आंख में कैद हुई घटना
मामला तब गड़बड़ा गया, जब मंदिर परिसर के सीसीटीवी कैमरे में यह सारी घटना एक अधिकारी ने लाइव देख ली। जिसके बाद गर्भगृह निरीक्षक और संबंधित पंडित को जमकर फटकार लगाई गई। इसके बाद पुजारी से जवाब तलब किया।
पुजारी ने दी सफाई
मंदिर के पुजारी का कहना है कि जिस शख्स ने यह सारी सामग्री बाबा को अर्पित करने को दी थी। उसने एक मन्नत मांगी थी, जिसके फलस्वरूप वह यह सब लेकर आया था, इसलिए उन्होंने बिना प्रश्न किए ही सब कुछ महाकाल के चरणों में रख दिया
कंट्रोल रूम भी बेखबर
बता दें कि श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में चारों तरफ कैमरे लगे हुए हैं। जिससे पूरे परिसर की निगरानी की जाती है। गर्भगृह से लेकर मंदिर के कोने-कोने में सीसीटीवी कैमरे की मदद से यहां आने वाले सभी भक्तों पर नजर रखी जाती है। यह सब काम कंट्रोल रूम का होता है, लेकिन पुजारी के इस कृत्य की जानकारी कंट्रोल रूम को भी नहीं है।
अधिकारी ने लगाई फटकार
इस घटना के बाद सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने सभी कर्मचारियों, गर्भ गृह निरीक्षक और पंडित को भी फटकार लगाई। इसके साथ ही मंदिर परिसर में कर्मचारियों को पैनी नजर रखने की हिदायत भी दी।: भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल जन जन की आस्था का केंद्र हैं। दूर दूर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि बाबा के दर्शन मात्र से ही पुण्य की प्राप्ति हो जाती है। लेकिन corona की वजह से अभी मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित है।
मामले की हो रही जांच- कलेक्टर
वहीं मामले को लेकर उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि बाबा महाकाल की हमेशा से जी पारंपरिक तरीके से पूजा की जाती है। इस तरह की सामग्री चढ़ाना कतई सही नहीं है। मामले में पुजारी और जिम्मेदारों से जवाब तलब किया गया है। जल्द ही कोई कार्रवाई की जाएगी।