Garnet Gemstone : रत्न शास्त्र में जिंदगी के तमाम पहलूओं और उनसे जुड़ी समस्याओं को लेकर अलग-अलग रत्नों के बारे में बताया गया है. रत्न हर व्यक्ति के जीवन में विशेष प्रभाव डालते हैं. रत्न शास्त्र में कुछ रत्न ऐसे बताए गए हैं जो बेहद प्रभावी होते हैं. साथ ही इन रत्नों को पहनने से व्यक्ति मालामाल भी हो सकता है और उसके जीवन की परेशानियां कम हो सकती हैं. इन्हीं प्रभावी रत्नों में से एक है गार्नेट. शास्त्रों में माणिक्य के उपरत्न गार्नेट को काफी प्रभावी माना गया है. यह रन कभी आपकी कुंडली के अनुकूल है तो आपकी किस्मत के सितारे रातों-रात चमका देगा.
किसे पहनना चाहिए गार्नेट रत्न?
रत्न शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर या नीच राशि में उपस्थित होता है, उसे गहरे लाल रंग का गार्नेट धारण करना चाहिए, क्योंकि गार्नेट रत्न धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह को प्रबलता मिलती है. जो लोग ज्यादातर टूर पर रहते हैं. टूरिंग जॉब करते हैं उन्हें गार्नेट पहनना चाहिए. यह ट्रेवलिंग के दौरान सुरक्षा करता है. गार्नेट उन लोगों को विशेषतौर पर पहनना चाहिए जिनके मन में अनजाना भय रहता है, जो हमेशा असुरक्षित महसूस करते हैं, जिनमें इनसिक्योरिटी की भावना रहती है.
गार्नेट रत्न के फायदे (Garnet Gemstone)
गार्नेट पहनने से आंतरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है, जो भी व्यक्ति इस रत्न को धारण करता है वो आत्मविश्वास से भरपूर रहता है. प्राचीनकाल में राजा-महाराजाओं द्वारा नकारात्मक शक्तियों को दूर रखने के लिए गार्नेट पहना जाता था. गार्नेट पहनने से रक्त संबंधी विकार दूर होते हैं. रक्त शुद्ध करके ये शरीर को ऊर्जावान, कांतिवान बनाए रखता है. इसलिए त्वचा संबंधी रोगों में भी गार्नेट पहनने की सलाह दी जाती है.
मान्यता है कि गार्नेट पहनने वाले का आकर्षण प्रभाव जबर्दस्त हो जाता है. लव और रिलेशनशिप को बूस्ट करने का काम भी करता है गारनेट. ये व्यक्ति के औरा को क्लीन करता है. इससे अनेक प्रकार के रोग स्वत: दूर हो जाते हैं.
नोट : हमेशा ध्यान रखें कोई भी रत्न धारण करने से पहले ज्योतिष से कुंडली को पहले चेक कर लें. रत्न धारण ज्योतिषीय मार्गदर्शन में ही करना उचित है.
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