भोपाल। भोपाल गैस कांड हुए चार दशक बीत चुके हैं। इसकी यादें लोगों के जेहन में आज भी बाकी है, मंगलवार को एक बार फिर गैस त्रासदी के वही खौफ के बादल लोगों की आंखों में उस वक्त उतर आए जब एक बंद पड़ी फैक्ट्री से अमोनिया गैस लीक होने लगी।

शहर के अचारपुरा में सालभर से एक फैक्ट्री बंद पड़ी थी। बीती रात फैक्ट्री के करीब एक गांव परेवाखेड़ा में अचानक लोगों की आंखों में जलन और घुटन महसूस होने लगी। बंद पड़ी फैक्ट्री से गैस लीक होने की बात सामने आती ही आसपास के तमाम इलाकों में दहशत फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। जिसके बाद आनन-फानन में कलेक्टर समेत तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और गांव को खाली कराया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही फायर फाइटर्स मौके पर पहुंचे और लीक होने वाले वाल्व को बंद किया।

बड़ी त्रासदी से आशंकित अफसरों ने उस वक्त राहत की सांस ली जब उन्हें पता चला कि लीक होने वाली गैस जहरीली नहीं है। जिसके बाद अनाउंसमेंट कर लोगों को इसके बारे में बताया गया साथ ही उन्हें आंख धोने की सलाह दी गई जिससे उन्हें जलन में राहत मिल सके। प्रशासन के मुताबिक परेवाखेड़ा गांव के 20 लोगों इससे प्रभावित हुए और उनकी आंखों में जलन की बात सामने आई।

इस पूरे मामले में प्रशासन ने फैक्ट्री मालिक जावेद खान को नोटिस जारी कर दिया है। वहीं दुबारा खौफ भरी ऐसी स्थिति निर्मित ना हो सके इस लिहाज से प्रशासन भेल के विशेषज्ञों की मदद से अमोनिया गैस की टंकी को खाली कराया जाएगा।