गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। विश्व पर्यटन दिवस 2025 के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा आयोजित भव्य “पर्यटन पुरस्कार समारोह” में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले को राज्य स्तरीय “सर्वश्रेष्ठ ईको-टूरिज्म साइट – 2025” के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार जिले के राजमेरगढ़ पर्यटन क्षेत्र के सतत विकास और पर्यावरण-संवेदनशील पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया गया।

बता दें कि इस भव्य पुरस्कार समारोह में पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की अध्यक्ष नीलू शर्मा ने जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी को सम्मानित किया। जिले के लिए यह गर्व का क्षण है, क्योंकि महज पांच वर्ष पूर्व अस्तित्व में आए इस नए जिले ने पर्यटन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए है विख्यात
गौरतलब है कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, घने वन, नदियां, झरने, पहाड़ और गुफाओं के लिए विख्यात है। जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन और स्थानीय विकास के संतुलित मॉडल को लागू करते हुए जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित में विकसित किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों को भी इस माध्यम से रोजगार मिले और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़े।
जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने की गई प्रमुख पहल
- गगनई नेचर कैंप में नौकायन और जलाशयों में वाटर स्पोर्ट्स की सुविधाएं।
- राजमेरगढ़, लक्ष्मणधारा, झोझा जलप्रपात, माई का मड़वा और जोगी गुफा जैसे प्रमुख स्थलों का सौंदर्यीकरण।
- ट्रैकिंग, कैंपिंग और रात्रि भ्रमण के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना।
- स्थानीय युवाओं को हॉस्पिटैलिटी, ट्रैकिंग और पर्यटन सेवाओं का प्रशिक्षण देना।
- स्थानीय पर्यटन समितियों के माध्यम से संचालित होमस्टे और कम्युनिटी विलेज स्टे, जिससे पर्यटक स्थानीय संस्कृति और जीवन शैली का अनुभव कर सकें।
- धनपुर में पुरातात्विक स्थल और मूर्ति संग्रहालय का विकास।
- मलनिया डैम में अक्वा टूरिज्म और वाटर स्पोर्ट्स का संचालन मछुआ सहकारी समिति द्वारा।
- www.gpmtourism.com वेबसाइट के माध्यम से जिले के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार।
गौरतलब है कि बीते 6 और 7 अगस्त 2025 को आयोजित नेचर हीलिंग कैंप में मलेशिया सहित देश के विभिन्न राज्यों के 20 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। झोझा और लक्ष्मणधारा जलप्रपात की ट्रैकिंग, स्थानीय होमस्टे अनुभव और पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने विदेशी और भारतीय पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H