रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शनिवार को उनके निवास कार्यालय में रावत नाच महोत्सव समिति बिलासपुर के संयोजक डाॅ. कालीचरण यादव के नेतृत्व में यदुवंशी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की. मुख्यमंत्री बघेल को प्रतिनिधि मंडल द्वारा स्मृति चिन्ह भेंटकर तथा पगड़ी सहित यादव समाज के पारम्परिक परिधान पहनाकर सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर रावत नाच महोत्सव समिति बिलासपुर द्वारा लोक जीवन और संस्कृति पर प्रकाशित पुस्तिका ‘मड़ई 2019’ का विमोचन भी किया.

मुख्यमंत्री बघेल ने यदुवंशी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि गौपालन से यदुवंशी समाज सदैव से जुड़ा रहा है. राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में गौधन के संवर्धन और संरक्षण तथा इसे बढ़ावा देने के लिए अहम निर्णय लेते हुए छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार के दिन से ‘गोधन न्याय योजना’ की शुरूआत की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा राज्य में नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के कार्यक्रम के तहत गांवों में गौठान का निर्माण किया जा रहा है. इसके तहत अब तक प्रदेश में दो हजार 400 गौठानों का निर्माण हो चुका है और दो हजार 800 गौठानों का निर्माण कार्य स्वीकृत है. प्रदेश के गांव-गांव में निर्मित हो रहे ये गौठान स्थानीय निवासियों और लोगों के आजीविका के लिए महत्वपूर्ण केन्द्र साबित होंगे.

भूपेश बघेल ने बताया कि इन गौठानों के सही ढंग से संचालन के लिए गठित गौठान समिति में गांव के चरवाहा भी अनिवार्य रूप से सदस्य होंगे. गौठान समिति द्वारा अर्जित आय में चरवाहा की भी हिस्सेदारी होगी. मुख्यमंत्री बघेल ने आगे कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से शासन द्वारा निर्धारित दर पर गोबर की खरीदी की जाएगी. इससे राज्य में गोधन के संरक्षण तथा संवर्धन और वर्मी कम्पोष्ट के उत्पादन को बढ़ावा देने सहित गांव की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने में काफी सुविधा होगी. इस अवसर पर महोत्सव समिति और यदुवंशी समाज के कृष्ण कुमार यादव, धन्नूलाल यादव, गणेशीराम यादव तथा वृंदावन यादव आदि उपस्थित थे.