पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉ ने 34 वर्षीय शिक्षा मंत्री गेब्रियल अटाल को अपना नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया. वह फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री होंगे और खुले तौर पर समलैंगिक होने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे. इसे भी पढ़ें : डीडी सिंह की बढ़ी मुश्किलें : 10 जिलों के अधिकारियों ने खोला मोर्चा, तत्काल पद से हटाने के लिए सीएम को लिखा पत्र

कई दिनों तक पर्दे के पीछे की गहन चर्चा के बाद फ्रांस की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली महिला प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न ने सोमवार शाम को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद मैक्रॉ के राष्ट्रपति पद के अंतिम तीन वर्षों को फिर से शुरू करने के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल हुआ.

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शिक्षा मंत्री अटाल जल्द ही 62 वर्षीय बोर्न के उत्तराधिकारी के रूप में उभरे, मैक्रॉन ने आज आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की. अब ‘मिनी-मैक्रॉन’ अटाल महज़ 34 साल की उम्र में फ्रांस के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बन गए हैं, और खुले तौर पर समलैंगिक होने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं. अटल यूरोपीय संसद के 38 वर्षीय सदस्य स्टीफन सेजॉर्न के साथ एक नागरिक संघ में हैं.

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नए फ्रांसिसी प्रधानमंत्री मैक्रॉ के करीबी सहयोगी हैं, जो कोविड ​​​​महामारी के दौरान सरकार के प्रवक्ता नियुक्त होने के बाद एक घरेलू नाम बन गए. अटाल को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X में संबोधित करते हुए मैक्रॉ ने आज लिखा कि मुझे पता है कि मैं राष्ट्र और फ्रांसीसी लोगों की सेवा में मेरे द्वारा घोषित पुनरुद्धार और पुनर्जनन परियोजना को लागू करने के लिए आपकी ऊर्जा और आपकी प्रतिबद्धता पर भरोसा कर सकता हूं.