गया। गुरुवार को गया जिले के फल्गु नदी में बड़ा हादसा हो गया जब रील बनाने के दौरान 9 छात्र गहरे पानी में डूब गए। इनमें से 6 छात्रों की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि बाकी 3 की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी छात्र 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ते थे और परीक्षा देकर लौटने के बाद नदी में नहाने पहुंचे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार सभी छात्र किसी परीक्षा के सिलसिले में गया आए थे। परीक्षा के बाद कुछ समय बिताने के लिए नदी किनारे पहुंचे। एक छात्र नदी के किनारे टॉयलेट कर रहा था तभी उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूबने लगा। उसे बचाने के प्रयास में एक-एक करके अन्य छात्र भी डूबते चले गए।
स्थानीय लोगों ने चलाया बचाव अभियान
हादसे की सूचना मिलते ही आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और सभी छात्रों को बाहर निकाला। गंभीर हालत में सभी को पहले खिजरसराय अस्पताल ले जाया गया लेकिन स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहां इलाज के दौरान 6 छात्रों ने दम तोड़ दिया।
मृतकों की पहचान और उम्र
मरने वालों में मोहम्मद कैफ (17), शाहनवाज (18), मोहम्मद शारिक (17), अनस (16) और सूफियान (16) शामिल हैं। ये सभी छात्र वाजितपुर और बेला के रहने वाले थे। बाकी चार की हालत गंभीर है और उनका इलाज जारी है।
बालू खनन से बनी गहराई बन रही जानलेवा
भाकपा माले नेता तारीक अनवर ने बताया कि जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां बालू के अवैध खनन के कारण नदी की गहराई बढ़ गई है लेकिन इसकी स्पष्ट जानकारी स्थानीय लोगों को भी नहीं रहती। इसी कारण यहां लगातार हादसे होते रहते हैं।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि फल्गु नदी के इस हिस्से में अक्सर युवक रील बनाने और नहाने आते हैं। प्रशासन को भी इस खतरे की जानकारी है लेकिन कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए हैं। इससे पहले भी यहां डूबने की घटनाएं हो चुकी हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
CO केशव आनंद ने बताया कि डूबे छात्रों में तौसीफ, आसिफ, शाहीद, जैन, सुफियान और साजिद को मगध मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
जिले के खिजरसराय थाना क्षेत्र में नदी में डूबने से पांच लोगों की मौत हो गई। इस हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इसे अत्यंत दुखद बताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से शोक संतप्त परिवारों को धैर्य देने की प्रार्थना की है। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिजनों को तत्काल 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिया है।
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