रायपुर। आज राजधानी के रावणभाटा में सर्व आदिवासी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसमें शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आदिवासी समाज के लोग यहां पहुंचे हैं. 30 हज़ार से ज्यादा लोगों की भीड़ यहां जमा है. सम्मेलन में कांग्रेस के आदिवासी विधायक मौजूद हैं. हालांकि भाजपा के आदिवासी विधायकों ने सम्मेलन को सपोर्ट नहीं किया है.

लोगों को संबोधित करते हुए सोनी सोरी ने कहा कि बस्तर में बहनों के साथ अत्याचार हो रहा है. पुलिस आदिवासी महिलाओं को टॉर्चर कर रही है. आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन को छीनने की कोशिश सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि लेकिन आदिवासी समाज ऐसा होने नहीं देगा, बल्कि बस्तर को आज़ाद कराना है. उन्होंने कहा कि हम कमज़ोर नहीं हो सकते, बल्कि अत्याचार हमें और मज़बूत करती है.

आदिवासी समाज लड़ेगा अलग से चुनाव- सोहन पोटाई

पूर्व सांसद सोहन पोटाई ने कहा कि आदिवासी समाज अलग से चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि वे आदिवासियों की सरकार बनाएंगे. महासभा में पहुंचे पदाधिकारियों ने कहा कि भाजपा के आदिवासी मंत्री पेटी कॉन्ट्रैक्टर की तरह काम कर रहे हैं. आदिवासी समाज ने मांग की कि 90 में से 34 सीट आदिवासियों के लिए आरक्षित हो.

सोहन पोटाई ने कहा कि समाज के लोगों का अधिकार छिन गया है. उन्होंने कहा कि मैं 2000 से भाजपा नेताओं के निशाने पर हूं. आज कागज-कलम के साथ तलवार भी चल रहा है,
सरकार अब तलवार की भाषा ही समझती है. पोटाई ने कहा कि टाइगर रिजर्व के नाम पर हर जगह आदिवासी समाज को बेदखल किया जा रहा है.

रावणभाटा में सर्व आदिवासी सम्मेलन में पूर्व सांसद सोहन पोटाई, अरविंद नेताम, विधायक मोहन मरकाम, सोनी सोरी, बीपीएस नेताम सहित कई आदिवासी नेता मौजूद हैं. साथ ही कई अन्य समाज ने भी इस महासभा को अपना समर्थन दिया है और वे यहां पहुंचे हैं. साहू समाज, कुर्मी समाज, कुम्भकर समाज सहित कई समाज के लोग यहां पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मूलनिवासियों की सरकार बने.

साहू समाज के अध्यक्ष विपिन साहू ने कहा कि आदिवसियों की सरकार बननी चाहिए. साहू समाज के अध्यक्ष ने कहा कि हमें अपने लोग ही लूट रहे हैं, उनसे बचकर रहना पड़ेगा.

समाज के प्रतिनिधि आज शाम को राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे और अपनी मांगें उनके सामने रखेंगे.