रायपुर: सेवाभाव और समर्पण के चलते श्री गणेश विनय आई हॉस्पिटल, मध्यभारत में पहली बार मरीजों के लिए लाया है जर्मन ZEISS कंपनी की OCT 6000 एंजियोग्राफी मशीन जो डायबिटीज के मरीजों को मददगार साबित होगी. अब तक डायबिटीज के मरीजों को एंजियोग्राफी करवाने के लिए डाई का इंजेक्शन लेना पड़ता था, जिसे fundus फ्लोरेसेंस एंजियोग्राफी कहते थे.

अब इस आधुनिक तकनीक की इस मशीन से बिना डाई के इंजेक्शन के एंजियोग्राफी हो जाएगी और मरीजों को दर्द से नहीं गुजरना पड़ेगा. रेटिना सम्बंधित परेशानियां झेलने वाले मरीजों के लिए ये मशीन किसी वरदान से काम नहीं है.

ZEISS कंपनी की OCT 6000 एंजियोग्राफी मशीन की मदद से काफी तेज़ HD इमेज ली जाती हैं, जिससे नेत्र रोग विशेषज्ञों को विस्तृत रूप से रेटिना की जानकारी लेने में आसानी हो जाती है. इस नवीनतम तकनीक की मदद से ऑय केयर का नया दौर शुरू होगा, जिसमें नॉन-इनवेसिव तरीके से रेटिना के microvasculature की बेहतरीन HD इमेज मिल जाती है.

इससे ग्लूकोमा व रेटिना बीमारियों का देखरेख और निवारण बहुत उम्दा तरीकों से हो जाता है. मध्य भारत में पहली बार इस मशीन के द्वारा मरीजों का इलाज अब श्री गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल में संभव हो पा रहा है. अब जो मरीज अपने इलाज के लिए शहर छोड़कर बहार जाने के लिए मजबूर थे, उन्हें काफी राहत मिलेगी.

राज्य का प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सालय, श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल ने एक बार फिर दुर्लभ रेटिना नेत्र शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर बन सफलता के पद चिन्हों पर आगे बढ़ते हुए अन्य लोगों के लिए नए मानदंडों का निर्माण किया है, जिसके लिए अब तक राज्य के रोगियों ने विभिन्न राज्यों एवं देशों के विभिन्न हिस्सों की यात्रा करनी पड़ती थी.

यहां देश भर के सर्वश्रेष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञों की मदद से एक छत के नीचे 24X7 उपलब्ध रहते हुए सभी गुणवत्ता पूर्ण नेत्र समाधान प्रदान करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप कार्य कर रहें हैं. डॉ. जयेश पाटिल जो कि एक वरिष्ठ रेटिना विशेषज्ञ हैं. प्रसिद्ध शंकर नेत्रालय, चेन्नई से प्रशिक्षित एवं अनुभवी है. वह जटिल रेटिना रोगों के इलाज के लिए 24 घंटे 7 दिन उपलब्ध है.

सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में निम्न वित्तीय वर्ग वाले कई रेटिना मरीज, जो पहले उपचार का खर्च वहन करने में असमर्थ थे, अब श्री गणेश विनायक आई हॉस्पिटल में उचित दरों में आंखों की देखभाल का लाभ उठा रहे हैं. SGVEH रेटिना सर्जरी के भरोसेमंद पर्याय के रूप में उपस्थित है. डॉक्टरों की समर्पित, केंद्रित और अनुभवी टीम द्वारा 1000 से अधिक रेटिना रोगों को सफल रेटिना सर्जरी द्वारा ठीक किया गया है.

डॉक्टर जयेश पाटिल , रेटिना कंसलटेंट, श्री गणेश विनायक ऑय हॉस्पिटल ने कहा की ” हम हमेशा मरीजों के हित के लिए काम करते आ रहे हैं. ये अत्यंत हर्ष की बात है की अब हमारे हॉस्पिटल में भी नवीनतम तकनीक से लेस ZEISS कंपनी की OCT 6000 एंजियोग्राफी मशीन मशीन उपलब्ध है. अब मरीजों को नेत्र सम्बन्धी किसी भी प्रकार के इलाज के लिए दर्द सहना नहीं पड़ेगा. प्रदेश में ही उनका इलाज आसानी से हो जाएगा.

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