संगरूर : पंजाब के संगरूर जिले से होकर गुजरने वाली घग्गर नदी में जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 730 फीट है, जबकि खतरे का निशान 748 फीट है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदी के किनारों को मजबूत करने का काम तेजी से किया जा रहा है। पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में तबाही मची है। हर साल घग्गर नदी, जो कालका और परवाणु क्षेत्रों से निकलती है, पहाड़ों से भारी मात्रा में बारिश का पानी प्राप्त करती है, जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है।

जिला उपायुक्त (डीसी) संदीप रिशी ने बताया कि प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, “हमने एक लाख मिट्टी से भरे प्लास्टिक बैग तैयार किए हैं। बड़ी मात्रा में जलरोधी प्लास्टिक उपलब्ध कराया गया है, और हमारे पास मनरेगा मजदूरों के साथ-साथ निजी मजदूर भी हैं। घग्गर नदी के दोनों किनारों को लगातार मजबूत किया जा रहा है।”गौरतलब है कि साल 2023 में घग्गर नदी ने संगरूर जिले में भारी तबाही मचाई थी। उस दौरान नदी के किनारे 57 जगहों पर टूट गए थे, जिससे व्यापक नुकसान हुआ था।पंजाब में मॉनसून पूरी तरह सक्रिय है, और पिछले दो दिनों से राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है। इससे तापमान में कमी आई है। रविवार को दिन का तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3-4 डिग्री कम है। रात का तापमान भी सामान्य से कम रहा है। हालांकि, बारिश से गर्मी से राहत मिली है, लेकिन वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ गई है।

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना के मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी पंजाब के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। डॉ. पवनीत कौर किंगा ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया है। उन्होंने कहा कि यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद है, लेकिन यात्रा करने वालों को बारिश को ध्यान में रखकर सावधानी बरतनी चाहिए।