जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद (Gulam Nabi Azad) को अस्पताल में भर्ती किया गया है. मंगलवार को भारतीय सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के कुवैत दौरे के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. बीजेपी सांसद बिजयंत जय पांडा, जो इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, ने बताया कि आजाद फिलहाल चिकित्सकीय निगरानी में हैं और उनकी स्थिति स्थिर है. पांडा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उनकी जांच की प्रक्रिया जारी है.

बिजयंत पांडा ने बताया कि बहरीन और कुवैत में आयोजित बैठकों में गुलाम नबी आजाद का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा. वह बिस्तर पर होने के कारण निराश हैं और उनकी अनुपस्थिति सऊदी अरब और अल्जीरिया में महसूस की जाएगी. पांडा मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल के साथ सऊदी अरब की राजधानी पहुंचे, जहां वे विभिन्न राजनीतिक हस्तियों, सरकारी अधिकारियों, विचारकों और भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ संवाद करेंगे.

मुस्लिम बहुल देशों को क्या संदेश

भारत मुस्लिम बहुल देशों को यह स्पष्ट करने का प्रयास कर रहा है कि पाकिस्तान के मुस्लिम बहुल होने के कारण उसे भारत के खिलाफ किए गए कार्यों से मुक्त नहीं किया जा सकता. इस संदर्भ में, एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पश्चिम एशिया के विभिन्न देशों में प्रमुख सरकारी और राजनीतिक नेताओं के साथ संवाद कर रहा है. इसके साथ ही, भारतीय प्रवासियों के साथ जुड़कर विमर्श को आगे बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है. पांडा ने बहरीन में भारतीय दूतावास में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय प्रवासी अब सबसे प्रभावशाली समुदायों में से एक बन चुके हैं और वे भारत की सॉफ्ट पावर का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वे प्रवासियों को कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में समझाना चाहते हैं ताकि वे उन्हें आगे बढ़ाने में मदद कर सकें. बहरीन में लगभग 3.5 लाख भारतीय निवास करते हैं, जबकि पाकिस्तानियों की संख्या इससे लगभग आधी है.