प्रेम सोमवंशी, कोटा. रतनपुर स्थित बूढ़ा महादेव मंदिर के सामने स्थित हजार साल पुराने कुंड की सफाई के दौरान मिले विशालकाय कछुए की मौत हो गई है. इस कछुए को 4 अप्रैल को कुंड की सफाई के दौरान निकाला गया था. जिसका वजन करीब आधा क्विटंल था.

बाद में क्षेत्रीयजनों की मदद से वन विभाग के कर्मियों ने इस कछुए को महामाया मंदिर परिसर स्थित पंचमुखी मंदिर के सामने के फोदवा तालाब में सुरक्षित छोड़ दिया. लेकिन उसके बाद आज सुबह इस कछुए की मौत हो गई है. कछुए की मौत की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग की भीड़ उमड़ पडी.

सूत्रों की माने तो इस कछुए की मौत की वजह भूख और सही सही तरीके से देखभान न किया जाना बताया जा रहा है. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई है. यह भी संभावना जताई जा रही है कि कछुए को वर्षो पुराने कुंड से निकालकर दूसरे तालाब में रख दिया गया था. जहां के वातावरण में वह अपने आप को ढ़ाल नहीं सका. यह भी मौत की वजह हो सकती है.

बहरहाल मौत के बाद कछुऐ का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. जिससे कछुए की मौत की सही वजह का पता चल सके. पोस्टमार्टम के बाद इस कछुए का पूरे विधि विधान के साथ दाह संस्कार किया गया. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने कछुऐ को नम आंखों से अंतिम विदाई दी.