Gig Workers Strike: अगर आप न्यू ईयर सेलीब्रेशन पार्टी में स्विगी-जोमैटो-ब्लिंकिट ( Zomato-Swiggy-Blinkit) से फूड ऑर्डर करने के बारे में प्लान करके बैठे हैं तो ये खबर आपके लिए ही हैं। दरअसल गिग वर्कर्स 31 दिसंबर यानी आज हड़ताल पर हैं। यह हड़ताल 25 दिसंबर से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण फेज है। इस हड़ताल का सीधा असर Swiggy, Zomato, Blinkit, Zepto और BigBasket जैसी सेवाओं पर पड़ने की संभावना है।

दरअसल 15 सूत्रीय मांगों को लेकर गिग वर्कर्स 25 दिसंबर से क्रमबद्ध तरीके से हड़ताल कर रहे हैं। गिग वर्कर्स फास्ट डिलीवरी का दबाव, वेतन में बढ़ोतरी और ID ब्लॉकिंग पर रोक समेत कई मांग कर रहे हैं। इसे लेकर भारत की पहली महिलाओं के नेतृत्व वाली ट्रेड यूनियन (GIPSWU) ने अपनी मांगों को लेकर केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया को 15 सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा था।

गिग वर्कर्स की हड़ताल के कारण, ग्राहकों को ऑर्डर में लंबी देरी और कैंसल होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि डिलीवरी एक्जीक्यूटिव ऐप से लॉग ऑफ कर रहे हैं या अपने काम का बोझ काफी कम कर रहे हैं। हड़ताल से पुणे, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ कई टियर-2 बाजारों में फूड ऑर्डर, किराने की डिलीवरी और लास्ट मिनट शॉपिंग प्रभावित होने की आशंका है। हड़ताल से पुणे, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ कई टियर-2 बाजारों में फूड ऑर्डर, किराने की डिलीवरी और लास्ट मिनट शॉपिंग प्रभावित होने की आशंका है। टीजीपीडब्ल्यूयू के फाउंडर-अध्यक्ष शेख सलाउद्दीन ने ईटी को दिए बयान में बताया कि यूनियनों को उम्मीद है कि नए साल की पूर्व संध्या पर 100,000 से 150,000 राइडर हड़ताल में शामिल होंगे।

क्यों नाराज हैं गिग वर्कर्स?

फास्ट डिलीवरी का दबाव: 10 और 20 मिनट के भीतर डिलीवरी के अनिवार्य नियम को तुरंत बंद किया जाए।

वेतन में बढ़ोतरी: प्रति किलोमीटर न्यूनतम ₹20 की दर तय की जाए और हर महीने कम से कम ₹40,000 की कमाई की गारंटी दी जाए।

सुरक्षा और स्वास्थ्य: महिला श्रमिकों के लिए आपातकालीन छुट्टी, मातृत्व संरक्षण और उनके कार्य क्षेत्र को घर से 7 किमी के दायरे तक सीमित करने की मांग।

ID ब्लॉकिंग पर रोक: बिना किसी ठोस कारण के डिलीवरी पार्टनर्स की ID ब्लॉक करना और ‘रेटिंग सिस्टम’ के जरिए सजा देना बंद हो।

मानवीय सहायता: AI-आधारित ऑटोमेटेड कॉल्स की जगह 24/7 ‘ह्यूमन कस्टमर सपोर्ट’ उपलब्ध कराया जाए।

आखिर करें तो करें क्‍या? 

सबसे पहले तो आपने टेंशन नहीं लेनी है। दिल्‍ली, नोएडा, मुंबई, बेंगलुरु या और किसी शहर में, आप जिस भी सोसाइटी में रहते हैं, वहां ग्रॉसरी की दुकानें जरूर होंगी। इनमें से कई दुकानें होम डिलीवरी सर्विस देती है. इनके डिलीवरी ब्‍वॉय इनके ही स्‍टाफ होते हैं। यानी गिग वर्कर्स की हड़ताल से इन्‍हें कोई मतलब नहीं है। आपको करना ये है कि पहले से ही अपने आसपास के वैसे 2-4 दुकानों की लिस्‍ट बना लेनी है, जो होम डिलीवरी सर्विस देते हैं। और इन दुकानों का कॉन्‍टैक्‍ट नंबर नोट कर लेना है। लिस्‍ट में दुकान के सामने इनका नंबर नोट कर के रख देना है. आप मोबाइल में भी नंबर Save कर सकते हैं।

फूड आइटम्‍स कैसे ऑर्डर होंगे? 

इसका भी वही फॉर्मूला है. आपके आसपास 1-2 किलोमीटर के दायरे में कई सारे रेस्‍टॉरेंट्स, होटल वगैरह भी होंगे। इनमें पता कर लेना है कि कौन-कौन होम डिलीवरी करते हैं। उनका नंबर नोट कर लेना है और सभी से एक-एक मेन्‍यु कार्ड ले लेना है। फिर आपकी आधी से ज्‍यादा टेंशन यहीं खत्‍म। आपने घर से ही अपने पसंदीदा फूड आइटम्‍स ऑर्डर करने हैं और कुछ मिनटों में आप मंगाया लजीज आइटम्‍स अपनों के साथ इंजॉय कर सकते हैं।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m