नई दिल्ली। दिल्ली के अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से गुरुवार सुबह छलांग लगाने वाली 20 साल की एक लड़की की गुरुवार रात लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. सुनने और बोलने में अक्षम लड़की प्लेटफॉर्म नंबर 2 से मेट्रो स्टेशन की दीवार पर चढ़ गई थी. सुरक्षा कर्मचारियों और पुलिस ने उसे शांत करने की कोशिश की थी, लेकिन वह अचानक किनारे से कूद गई. लड़की को पूरे शरीर पर गंभीर चोटें आईं. उसे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने पुलिस को बताया था कि वह स्टेंट लगाने के लायक नहीं है और उसकी हालत गंभीर है.

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बहरी और गूंगी थी पीड़िता, माता-पिता भी बोल और सुन नहीं सकते

पुलिस ने पहले कहा था कि उसके माता-पिता को सूचित कर दिया गया है. उसके पैर और हाथ में फ्रैक्चर हो गया है. घटना सुबह 7.30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर हुई. उसके खुदकुशी जैसा आत्मघाती कदम उठाने के पीछे के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. मेट्रो स्टेशन की छत से कूदने के बाद लड़की को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसे आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया. उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कल पुलिस को बताया था कि वह बयान देने की हालत में नहीं है और उसकी हालत गंभीर है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़की बहरी और गूंगी (deaf and dumb) है. उसके माता-पिता भी बहरे हैं. उन्हें सूचित किया गया है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है. लड़की की हालत गंभीर होने के कारण पुलिस उसका बयान नहीं ले पाई थी और अब उसकी मौत हो चुकी है. ऐसे में पुलिस के लिए आत्महत्या की वजह का पता लगाना एक चुनौती है.

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