रोहित कश्यप, मुंगेली। वैसे देश के हर कोने में करप्शन की सीढ़ी लगी हुई है, जहां कोई भी बेखौफ चढ़ सकता है. बेहिसाब सरकारी खजानों में डाका डाल सकता है. कुछ इसी तरह की तस्वीर मुंगेली जिले में देखने को मिली, जहां करप्शन की लीला कैमरे में कैद हुई है, जिसको देखकर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. बेबस छात्रों ने पत्रकारों के अंदाज में कसूरवारों को बेनकाब किया है.

दरअसल, जनता के बाद अब छात्रों के हक पर भी डाका डाला जा रहा है. कमीशनखोरी और रिश्वत की बंदरबांट ने नौनिहालों से खुशियां छीन ली है. भ्रष्टाचार की सरकारी दीमक सरकारी तंत्र के संरक्षण में करप्शन को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन मजाल है कि कोई इस पर सवाल उठा दे. कोई अधिकारी इसकी जांच करे.

देखिए VIDEO-

https://youtu.be/MKGSjB6yFM0

ऐसे में थक हारकर छात्रों ने पत्रकारों के अंदाज में करप्शन की पोल खोली है. ये पूरा मामला मुंगेली जिले के मिडिल स्कूल हरनाचाका है. जहां स्कूली छात्रा ने पत्रकार अंदाज में शिक्षा विभाग की पोल खोल दी है. स्कूल में दिए गए खेल सामाग्री की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं.

घटिया खेल सामाग्री का आरोप लगाते हुए छात्र- छात्राओं का वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. वीडियो मुंगेली जिले के मिडिल स्कूल हरनाचाका का बताया जा रहा है.

वहीं हरनाचाका के प्रधान पाठक दिलहरण ध्रुव ने स्वीकार किया है कि ये वीडियो उन्ही के स्कूल का है. 22 दिसम्बर को शाम को बच्चे खेल खेलने वाले थे, उसी दौरान इसी बनाएं हैं. उनका कहना है कि खेल सामाग्री के गुणवत्ता को लेकर स्कूल के बच्चों में बहुत ज्यादा नाराजगी है.

बता दें कि इस खेल सामग्री को शिक्षा विभाग के द्वारा 20 दिसम्बर को स्कूल में भेजा है. सिर्फ यही नहीं, बल्कि जिले के कई स्कूलों में इसी तरह के खेल सामाग्री वितरण किया गया है, जिसको लेकर अब सवाल उठने लगे हैं.

वहीं शिक्षा विभाग के डीईओ सविता राजपूत से इस मामले के उनका पक्ष जानने संपर्क करने कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus