सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। जन्म से दृष्टिहीन बालिका अब किसी और की आंखों से दुनिया देखेगी. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक रायपुर स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के नेत्र रोग विभाग की टीम ने कॉर्निया प्रत्यारोपण (केराटोप्लास्टी) की एक के बाद एक चार जटिल शल्य क्रियाएं सफलतापूर्वक संपन्न की.

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चारों मरीजों में कॉर्निया प्रत्यारोपण डॉ. निधि पांडे के मार्गदर्शन में डॉ. रेशु मल्होत्रा, डॉ. स्मृति गुप्ता (कार्निया विशेषज्ञ) तथा डॉ. अंजू भास्कर द्वारा किए गए. सभी मरीजों में शल्य चिकित्सा के पश्चात संतोषजनक सुधार देखा जा रहा है. यह उपलब्धि नेत्र रोग विभाग की विशेषज्ञता, उच्च गुणवत्ता वाली शल्य चिकित्सा सुविधा तथा टीम वर्क का प्रमाण है.

कार्निया विशेषज्ञ डॉ. स्मृति गुप्ता के अनुसार हाल ही में किए गए कॉर्निया प्रत्यारोपण ने सबसे छोटी मासूम मरीज की अंधेरी दुनिया में रोशनी भर दी है. जन्म से ही कॉर्नियल ओपेसिटी के कारण दोनों नेत्रों से पूर्णतः दृष्टिहीन बालिका की दृष्टि में लगातार सुधार हो रहा है.

अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने बताया कि नेत्र रोग विभाग में नेत्र से सम्बन्धित सामान्य एवं गंभीर बीमारियों के लिए अत्याधुनिक उपचार सुविधा उपलब्ध है. विभाग में वर्तमान में आधुनिक एवं नवीनतम नेत्र उपचार के उपकरण उपलब्ध है, जिससे नेत्ररोगियों का उपचार एवं शल्यक्रिया सफलतापूर्वक किया जा रहा है.