अनिल सक्सेना, रायसेन। हमीदिया कमला नेहरू अस्पताल (Hamidia Kamala Nehru Hospital) की आगजनी में झुलसी एक और नवजात बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई है।अस्पताल प्रबंधन ने 20 नवंबर की शाम बिना पोस्टमार्टम किए परिजनों को बच्ची का शव सौंप दिया। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में बच्ची के परिजनों को उसके आग में झुलसने की जानकारी तक नहीं दी और दूसरी बीमारी के इलाज का बहाना बनाते रहे। अस्पताल प्रबंधन पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने बच्ची के शव के साथ रायसेन में सड़कर पर बैठकर प्रदर्शन करते हुए चक्काजम कर दिया। परिजन अब रायसेन कलेक्टर, स्थानीय प्रशासन और पुलिस को आवेदन देकर उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे हैं।

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बच्ची के पिता नवीन विश्वकर्मा ने कहा कि हमीदिया कमला नेहरू अस्पताल की आगजनी में मेरी नवजात बच्ची भी झुलस गई थी। जबकि अस्पताल प्रबंधन ने ये बातें हमसे छुपाई। बच्ची को दूसरी बीमारी के इलाज का बहाना बनाते रहे। इस दौरान इलाज के नाम पर हमें बच्ची से मिलने तक नहीं दिया जाता था। 20 नवंबर  देर शाम बच्ची की मौत की सूचना देकर उन्हें बच्ची का शव सौंप दिया गया।  जबकि मेरी बच्ची की मौत आगजनी में झुलसने के कारण हुई है। वहीं मेरे कहने के बाद भी बच्ची के शव का पोष्टमार्टम नहीं किया। अब कलेक्टर रायसेन,  प्रशासन और पुलिस को आवेदन देकर उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे हैं।

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घर पहुंचने पर रायसेन में बच्ची के शव के साथ सड़क पर प्रदर्शन किया

पूरे मामले में परिजनों को गुमराह कर अस्पताल प्रबंधन द्वारा मानवता को शर्मशार कर देने वाले इस मामले में नवीन और उनकी पत्नी गायत्री का रो रो कर बुरा हाल है। वे अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और गुमराह करने का आरोप लगाते हुए परिजन रायसेन अपने घर पहुंचने पर बच्ची के शव के साथ सड़क पर प्रदर्शन किया।

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जानिए क्या हुआ था घटना वाली रात 

हमीदिया कमला नेहरू अस्पताल में 8 नवंबर की रात आग लग गई थी। अस्पताल में काम करने वाले दबी जुबान घटना में 10-12 बच्चों की मौत की बात कही थी। वहीं अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन 4 से 5 बच्चों की मौत की बात ही स्वीकार किया था। हालांकि अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन पर बच्चों के परिजनों ने वास्तविक संख्या छुपाने का आरोप भी लगाया था। ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी।