लक्ष्मीकांत बंसोड़, डौंडी। बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए शासकीय कन्या स्कूल भवन को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में तब्दील कर दिया गया है, लेकिन अब शासकीय स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के पढ़ने के लिए भवन नहीं है. लिहाजा, पढ़ाई के लिए पास के छात्राओं को पास के सामुदायिक भवन का सहारा लेना पड़ रहा है, जिसके लिए उन्हें टेबल-कुर्सी को लाना-ले जाना पड़ता है.

शासकीय कन्या स्कूल भवन को स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल में तब्दील करने के बाद कन्या स्कूल की छात्राओं को पढ़ाई के लिए मानसिक के साथ-साथ शारीरिक मेहनत भी करनी पड़ रही है. स्कूल भवन के इंग्लिश मीडियम स्कूल में तब्दील हो जाने से वहां अंग्रेजी माध्यम की कक्षा लगना शुरू हो गई है. लेकिन स्कूल भवन में लगने वाले कन्या स्कूल की छात्राओं के लिए पढ़ाई करने के लिए कोई जगह नहीं बचा, लिहाजा उन्हें 200 मीटर दूर सामुदायिक भवन जाना पड़ रहा है.

बड़ी बात यह है कि सामुदायिक भवन में फर्नीचर नहीं होने की वजह से छात्राओं को स्कूल से टेबल-कुर्सी ले जाना पड़ रहा है. कुर्सी-टेबल जमाने के बाद ही छात्राएं पढ़ाई कर पाती हैं. इस मामले में संबंधित स्कूल के प्राचार्य ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया तो वहीं जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पर कार्रवाई की बजाए इसे गलती बता कर केवल चेतावनी देकर जिम्मेदारों को छोड़ दिया. मामले में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.