नई दिल्ली. गीता गोपीनाथ को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया गया है. इस पद तक पहुंचने वाली वह दूसरी भारतीय हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए और दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में पीजी डॉ. गोपीनाथ मौरी ऑब्स्टफेल्ड का स्थान लेंगी.
इससे पहले आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन इस पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं. आईएमएफ ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में इस आशय की जानकारी दी. इससे पहले वह शिकागो और हावर्ड यूनिवर्सिटी में अध्यापन कर चुकी हैं.
गीता मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं. वर्ष 1971 में मलियाली परिवार में पैदा हुईं गोपीनाथ की नियुक्ति पर आईएमएफ की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा, ‘मैं इतनी विलक्षण और प्रतिभावान महिला को मुख्य अर्थशास्त्री के पद पर नियुक्त करके बेहद खुश हूं.’
गीता ने व्यापार और निवेश, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट, मुद्रा नीतियां, कर्ज और उभरते बाजार की समस्याओं पर लगभग 40 रिसर्च लेख लिखे हैं. गीता साल 2001 से 2005 तक शिकागो यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर थीं. इसके बाद साल 2005 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर उनकी नियुक्ति हुईं. साल 2010 में गीता इसी यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर बनीं और फिर 2015 में वे इंटरनेशनल स्टडीज एंड ऑफ इकनॉमिक्स की प्रोफेसर बन गईं.