आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। बस्तर के कांगेर वैली नेशनल पार्क में पर्यटन की दृष्टि से बनाये जाने वाले ग्लास ब्रिज का सर्वे पूरा हो गया है. करीबन 5 करोड़ की लागत से तीरथगढ़ जल प्रपात के सामने बनाए जाने वाले ग्लास ब्रिज की बदौलत पर्यटक सुरक्षित तरीके से जल प्रपात की पूरी खूबसूरती को निहार पाएंगे. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ की इन नामचीन स्टील कंपनियों को गुणवत्ताहीन मटेरियल सप्लाई पर मिला नोटिस, NHAI ने मांगा जवाब

बारिश के मौसम में तीरथगढ़ जल प्रपात अपने रौद्र रूप में नजर आता है. उस वक्त पर्यटक इसे करीब से देखना तो चाहते हैं, लेकिन खतरे की वजह से जलप्रपात के करीब जाने से विभाग ने रोक लगा रखी है. कांच का ब्रिज बन जाने से पर्यटक बारिश के समय में भी तीरथगढ़ को करीब से देख पाएंगे.

इसे भी पढ़ें : देखिए कलेक्टर साहब!, मैं जिंदा हूं, मरा बताकर रोक दी गई है किसान सम्मान निधि…

यह ग्लास ब्रिज 5 करोड़ की लागत से बनाई जाएगी. 2025 तक यह ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा. हालांकि, इस ब्रिज से तीरथगढ़ का लुत्फ उठाने वाले पर्यटकों को टिकट लेना होगा, जिसकी दर आने वाले दिनों में तय की जाएगी.

इसे भी पढ़ें : जगदलपुर निगम में महापौर पद जाने के बाद अब कांग्रेस ने चुना अपना नेता प्रतिपक्ष

सीसीएफ राजेश पांडे का कहना है कि तीरथगढ़ जल प्रपात में ग्लास ब्रिज बन जाने से पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी. यह ब्रिज लगभग 150 से 175 मीटर लंबी होगी. इस प्रकार के ब्रिज भारत में गिने-चुने ही हैं. इस लिहाज से ब्रिज के बन जाने से पर्यटकों की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है.