इमरान खान, खंडवा। चैत्र नवरात्र में खंडवा के इंदिरा सागर बांध से लगभग 40 किलोमीटर दूर सतपुड़ा पर्वत के घने जंगलों में स्थित जयंती माता धाम पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है। खंडवा सहित आसपास के जिलों से भी लोग जयंती माता के दर्शन करने पहुंचते है। इस मंदिर की विशेष और मान्यता है, कि जब भीषण गर्मी के चलते प्राकृतिक जलस्रोत सूखने लगते है तब यहां स्थित प्राकृतिक झरने की झीरे खुलती है। इस झरने से एक प्राकृतिक कुंड का स्वतः निर्माण हो जाता है।

जयंती माता धाम


श्रद्धालु पहले यहां स्नान करते हैं फिर इस झरने के भीतर स्थित भैरव मंदिर में दर्शन करते हैं। इसके बाद झरने के ऊपर स्थित जयंती माता का दर्शन पूजन करते हैं। खाड़ी और कनेरी नदी के पास घने जंगल के बीच स्थित इस सिद्ध मंदिर में श्रद्धालु की बड़ी आस्था है। ऐसा कहा जाता है कि श्रद्धालु जो भी मनोकामना लेकर पहुंचते है और श्रद्धा भक्ति के साथ आराधना करते हैं उनकी इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।

यहां आने वाले लोगों को आध्यात्मिक-धार्मिक लाभ के साथ साथ प्राकृतिक वातावरण का आनंद भी मिलता है। बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने भी आते हैं। प्रशासनिक अनदेखी के चलते यहां सड़क मार्ग नहीं है। जिसके कारण लोगों को यहां पहुंचने में कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता है। सरकार को इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना चाहिए।

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