दिनेश द्विवेदी, कोरिया। हरेली त्योहार के अवसर पर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पुसला के गौठान में संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े गोधन ने न्याय योजना का शुभारंभ किया. जिला स्तरीय कार्यक्रम में संसदीय सचिव ने गोधन तथा कृषि यंत्रों की पूजा–अर्चना करने के बाद गोबर खरीदी कर पशुपालक पंजी में एंट्री की.
शासन की महती योजना को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने जिले के लोगों से बात की. गौ पालक प्रिंस पांडेय कहते हैं कि यह किसानों और छोटे पशुपालकों के लिए बहुत अच्छी योजना है. उन्होंने बताया कि उनके पास पांच मवेशी है, हर रोज लगभग 20 किलो तक गोबर निकलता था, जो कचरे में जाता था. अब इसकी बिक्री होने से हम जैसे हजारों लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
समाज सेवी रामचंद्र कहते हैं कि गाय के गोबर से सबसे अच्छी किस्म की जैविक खाद तैयार की जाती है. इतनी उपयोगिता के बावजूद गाय के गोबर की देश में कोई कीमत तय नहीं थी. गांधी जी के ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मॉडल को अपना कर आगे बढ़ रही छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार देश में पहली बार एक ऐसी योजना लागू कर चुकी है.
गौ पालक छोटू तिवारी ने कहा कि इस योजना से पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ–साथ कृषि लागत में कमी और भूमि की उर्वरा शक्ति में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने बताया कि इस योजना से पर्यावरण में सुधार के साथ–साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी बड़े बदलाव की उम्मीद है. गोधन न्याय योजना से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का भी सृजन होगा.