दिलीप साहू, बेमेतरा। हरेली पर्व पर जिले में भी गोधन न्याय योजना की शुरुआत हुई. जिले के सभी चार विकासखण्डों के ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए.
नवागढ़ विकासखण्ड के ग्राम मोहतरा (गाड़मोर), बेमेतरा जनपद पंचायत के ग्राम झालम, साजा विकासखण्ड के ग्राम ओड़िया में विकासखण्ड स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 2 रुपए प्रतिकिलो की दर से पशुपालकों से गोबर खरीदी कार्य की शुरुआत की गई. इसके अलावा जिले के ग्राम पंचायत तेन्दूभाठा (साजा), मुलमुला, अमोरा, चीचगांव, सण्डी (बेरला), ठेलका, बटार, बिलई, मरतरा, पिरदा, दाढ़ी, सांकरा, नारायणपुर, सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए.
भूपेश सरकार की किसानों और पशुपालकों से जुड़ी इस योजना को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने अलग–अलग क्षेत्र से जुड़े लोगों से चर्चा की. अधिवक्ता फड़ीस चौबे ने गोधन न्याय योजना के अंतर्गत बहुत महत्वपूर्ण योजना बताया. उन्होंने कहा कि इसमें सरकार 2 रुपए प्रति किलो की दर से किसानों–पशुपालकों से गोबर की खरीदी करेगी. इससे गांव के गरीबों को फायदा होगा, और गायों के चारे का भी बेहतर प्रबंधन हो पाएगा.
ग्राम पंचायत बरबसपुर सरपंच राम सागर साहू ने कहा कि गोधन न्याय योजना भूपेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, इसमें महिला समूहों को दो रुपए प्रति गोबर खरीद कर सरकार को बेचना है, जिसे बाद में वर्मा कम्पोस्ट में परिवर्तित कर किसानों को आठ रुपए किलों के हिसाब से बेचा जाएगा. इस योजना का उद्देश्य गरीब तबकों के लोगों और गांव के महिलाओं को सक्षम बनाना है.
किसान नेता शक्तिधर दीवान ने कहा है कि भूपेश सरकार गरीबों का सरकार है, जिसने गरीब तबके के लिए पहले गौठान निर्माण की योजना बनाई, जिसके बाद अब 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी कर रही है. इससे महिलाओं और बच्चों को बहुत लाभ मिलेगा, जो गोबर बेचकर लाभ कमा सकते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार राकेश तिवारी कहते हैं कि भूपेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में नरवा, गरुवा, घुरूवा अऊ बारी के अलावा गोधन न्याय योजना भी है. इससे हर किसान को लाभ होगा, जिसे कंपोस्ट खाद बनाकर किसान अपने खेतों में उपयोग कर सकते हैं. यदि योजना को सही तरीके से अमल में लाया गया, तो यह गांव की तस्वीर बदल देगी.