Gold Investment: क्या इस साल भी गोल्ड में तेजी जारी रहेगी? यह सवाल आम लोगों के मन में सबसे तेजी से चल रहा है. दरअसल, पिछले साल गोल्ड की कीमतों में पिछले एक दशक में किसी एक साल में सबसे तेज उछाल देखने को मिला. गोल्ड ने 20 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न दिया है.

इसकी वजह दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा गोल्ड की खरीद, भू-राजनीतिक तनाव, मौद्रिक नीतियों में बदलाव, भारत और चीन जैसे प्रमुख मार्केट्स में उपभोक्ताओं की मांग रही. अब यह ट्रेंड इस साल भी जारी रहेगा. बताया जा रहा है कि 25 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दे सकता है. वहीं, 2024 की बात करें तो सोना 13 हजार से ज्यादा महंगा हुआ है.

जानिए गोल्ड में तेजी की वजह? (Gold Investment)

भारत जैसे उभरते बाजारों में केंद्रीय बैंक सक्रिय रूप से अपने सोने के भंडार में इजाफा कर रहे हैं. यह प्रवृत्ति 2025 में भी जारी रहेगी, जिससे सोने की कीमतों को मजबूत समर्थन मिलेगा.

अमेरिका की आर्थिक नीतियों पर अनिश्चितता, खासकर नए ट्रंप प्रशासन के साथ, आर्थिक अस्थिरता के खिलाफ बचाव के रूप में सोने की मांग बढ़ा सकती है.

इस स्थिति में हमारा अनुमान है कि MCX यानी वायदा बाजार में सोने की कीमतें 85 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं. वित्त वर्ष 2024 में गोल्ड के आयात में 9 प्रतिशत की कटौती के कारण भारत में आभूषणों की मांग में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

वित्त वर्ष 2025 में इसमें 14-18 प्रतिशत की तेजी की उम्मीद है. भारत का संगठित आभूषण बाजार टियर 2 और टियर 3 शहरों में फैल रहा है. वित्त वर्ष 2025 में ब्रांडेड आभूषणों का राजस्व साल-दर-साल 18-20 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है.

देश में गोल्ड लोन पिछले साल रिकॉर्ड 56 प्रतिशत बढ़कर 1.54 लाख करोड़ रुपए हो गया. गोल्ड गिरवी रखकर सोना लेने का चलन इस साल जोर पकड़ेगा. इस वर्ष स्वर्ण ऋण लगभग सात गुना बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपए के मानक को पार कर सकता है.