Gold and Silver Price: दिवाली के बाद हफ्ते की शुरुआत में कीमती धातुओं की चाल धीमी दिख रही है. पिछले सत्र में भारी गिरावट के बाद सोना और चांदी दोनों ही सपाट कारोबार कर रहे हैं. ट्रेडरों की निगाहें अब ग्लोबल आर्थिक संकेतों और अमेरिकी बैंकों से जुड़ी ताजा खबरों पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों में रुझान तय कर सकती हैं.

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Gold and Silver Price
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सोने की रफ्तार थमी, लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं

पिछले हफ्ते सोना करीब 1.7% गिरकर मई के बाद की सबसे बड़ी गिरावट पर बंद हुआ था. तकनीकी संकेतक बताते हैं कि अगस्त से चली तेजी अब संतुलन के दौर में है.
फिलहाल सिंगापुर बाजार में सुबह 8:00 बजे हाजिर सोना लगभग 0.3% गिरकर $4,238.96 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था. वहीं, ब्लूमबर्ग डॉलर इंडेक्स में 0.1% की मामूली बढ़त दर्ज हुई.

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चांदी पर भी दबाव, लेकिन निवेशकों की उम्मीदें बरकरार

चांदी में बीते सत्र में 4% से ज्यादा गिरावट आई थी. सोमवार को इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखा, हालांकि एनालिस्ट मानते हैं कि चांदी की लंबी रैली अब कुछ समय के लिए थम सकती है.
फिर भी, लंबी अवधि के निवेशक इसे ‘बाय ऑन डिप्स’ के नजरिए से देख रहे हैं क्योंकि अब तक 2025 में इसमें लगभग 80% की तेजी दर्ज हो चुकी है.

अंतरराष्ट्रीय माहौल का असर: अमेरिका-चीन वार्ता पर टिकी निगाहें

गोल्ड और सिल्वर के दामों पर ग्लोबल पॉलिटिक्स और ट्रेड रिलेशन का सीधा असर दिख रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संकेत दिए हैं कि बीजिंग के साथ व्यापारिक तनाव कम करने की कोशिशें जारी हैं.
अगर इस मोर्चे पर कोई ठोस प्रगति होती है, तो सेफ हेवन एसेट्स की मांग घट सकती है और सोना-चांदी की चमक कुछ फीकी पड़ सकती है.

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अमेरिकी बैंकों के घोटाले से फिर बढ़ी सोने की ‘सेफ हेवन’ अपील

इसी बीच, अमेरिकी बैंकों जायन्स बैंकोर्प और वेस्टर्न अलायंस बैंकोर्प से जुड़े लोन घोटालों ने बाजार में हलचल मचा दी है. इन खबरों के चलते निवेशक एक बार फिर सुरक्षित निवेश के रूप में सोने और चांदी की ओर लौट रहे हैं.
साल 2025 अब तक सोने के लिए शानदार साबित हुआ है, जिसकी कीमतें इस वर्ष 60% से अधिक उछल चुकी हैं.

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने बढ़ाया भरोसा

दुनिया भर के कई केंद्रीय बैंक अपने रिज़र्व में सोने का हिस्सा बढ़ा रहे हैं. साथ ही, ETF निवेशों में इज़ाफा और राजकोषीय अस्थिरता ने सोने को सपोर्ट दिया है.
भू-राजनीतिक तनाव, बढ़ते कर्ज़ और फेडरल रिज़र्व की नीतियों को लेकर अनिश्चितता ने भी निवेशकों को गोल्ड की ओर आकर्षित किया है.

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कमोडिटी कॉल: आज कहां हो सकती है कमाई?

कमोडिटी मार्केट के जानकार कुंवरजी ग्रुप के रवि दियोरा का कहना है कि आज नैचुरल गैस और जिंक में ट्रेडिंग के बेहतरीन मौके हैं.

नैचुरल गैस (अक्टूबर वायदा)

  • खरीदारी का स्तर: ₹264 के आसपास
  • स्टॉपलॉस: ₹260
  • टारगेट: ₹278

दियोरा कहते हैं, “ट्रेंड बुलिश है. हल्के उतार-चढ़ाव के बावजूद नैचुरल गैस में शॉर्ट टर्म में अच्छा अपसाइड दिख सकता है.”

जिंक (अक्टूबर वायदा)

  • खरीदारी का स्तर: ₹289 के आसपास
  • स्टॉपलॉस: ₹286
  • टारगेट: ₹294

उनके अनुसार, “तकनीकी चार्ट्स जिंक में स्ट्रॉन्ग मोमेंटम दिखा रहे हैं. मेटल सेक्टर में यह सबसे एक्टिव ट्रेड हो सकता है.”

एक्सपर्ट व्यू: जोखिम और रिटर्न दोनों पर नजर

एनालिस्ट्स का मानना है कि इस हफ्ते कमोडिटी बाजार में सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव रहेगा.
अंतरराष्ट्रीय संकेतों के अलावा, डॉलर इंडेक्स और ब्याज दरों में बदलाव भी दिशा तय करेंगे.
निवेशकों को सलाह है कि वे सख्त स्टॉपलॉस के साथ ट्रेड करें और शॉर्ट टर्म मूवमेंट में लोभ से बचें.

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