रायपुर. डगनिया पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर सेक्टर-4 स्थित शासकीय पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रवास में बीते दिनों गोल्डन जुबली कार्यक्रम का शानदार आयोजन किया गया. यह आयोजन इस छात्रावास के 55 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में छात्रावासी विद्यार्थी द्वारा किया गया था. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नीलकंठ टेकाम के मुख्य आतिथ्य में आयोजित गोल्डन जुबली कार्यक्रम में सेवानिवृत्त न्यायाधीश और पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के भूतपूर्व छात्र नरसिंग उसेंडी, एनएमडीसी के पूर्व महाप्रबंधक परमानंद तेता, छत्तीसगढ़ वित्त आयोग के अध्यक्ष सरजियस मिंज, छात्रावास अधीक्षक तेजस्वी वर्मा, भूतपूर्व छात्र मंशा राम मण्डावी, श्रीराम नरेटी, रामसिंग मतलामी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी और भूतपूर्व छात्र ओम प्रकाश उइके, उपपुलिस अधीक्षक राहुल उइके, सहायक कुल सचिव देवचरण गावंडे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे.

कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी और आदिवासी महापुरुषों के छाया चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन और राजगीत के गायन से हुआ. इस अवसर पर पोस्ट मैट्रिक छात्रावास कमेटी के अध्यक्ष पूनम नेताम, उपाध्यक्ष धनंजय भोई, सचिव आदित्य नाथ, सांस्कृतिक सचिव सुनिल पंद्राम सहित अन्य पदाधिकारी छात्रों ने अतिथिगणों का पुष्पहार से स्वागत किया.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहित विशिष्ट अतिथियों और समस्त भूतपूर्व छात्रों ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया और अपने छात्र जीवन के संस्मरण साझा की. आयोजन समिति द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया.

गोल्डन जुबली कार्यक्रम के तहत छात्रावास प्रागंण में सांस्कृति संध्या का रंगारंग आयोजन हुआ, जिसमें प्रथम, द्वतीय और तृतीय वर्षीय छात्रों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम शानदार प्रस्तुति दी गई, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए.

गोल्डन जुबली कार्यक्रम में वर्ष 1968 से लेकर वर्ष 2022 तक के छात्रावास के भूतपूर्व छात्रों से जो देश के विभिन्न स्थानों में उच्च पदों पर आसीन है, उन्हें काफी लम्बे अरसे बाद एक-दूसरे से मिलने का सुखद अवसर मिला. इस अवसर पर भूतपूर्व छात्रों ने अध्यनरत जूनियर छात्रों को जीवन मे नई ऊंचाइयों प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन दिया गया. साथ ही सन 1968 से लेकर वर्ष 2023 तक पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की गौरवपूर्ण उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम में छात्रवास के भूतपूर्व छात्र, जो विभिन्न उच्च पदों पर पदस्थ हैं. उनके बायोग्राफी को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया. जिससे देखकर अध्यनरत छात्र बहुत उत्साहित, प्रभावित हुए. कार्यक्रम के दूसरे दिन पोस्ट मैट्रिक छात्रावास एलुमनी एसोसिएशन का गठन कर एलुमनी मीट को निरंतर जारी रखने के संबंध में चर्चा की गई.