भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से तनाव बढ़ गया है. इस संदर्भ में, दिल्ली की आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज(Saurabh Bhardwaj)ने ‘पाक अधिकृत कश्मीर’ पर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से POK को वापस लेने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि सौरभ भारद्वाज के साथ-साथ दिल्ली AAP और AAP के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांढा सहित कई अन्य नेताओं ने अपने ट्विटर प्रोफाइल को भी बदल दिया है.

आप (AAP) नेता सौरभ भारद्वाज सहित कई अन्य नेताओं ने अपनी एक्स प्रोफाइल से फोटो हटाकर “पीओके वापस लो” का संदेश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने संपूर्ण जम्मू कश्मीर का मानचित्र भी साझा किया है.

‘सेना को केवल PM के इशारे की जरूरत’

सौरभ भारद्वाज ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पीओके के संदर्भ में कहा कि कश्मीर का एक तिहाई हिस्सा अभी भी पाकिस्तान के नियंत्रण में है और सभी आतंकवादी शिविर वहीं स्थित हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक पीओके पाकिस्तान के अधीन रहेगा, भारत में आतंकवाद की समस्या बनी रहेगी. इसके साथ ही, उन्होंने देशवासियों के सेना के साहस पर विश्वास जताते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार सेना को निर्देश दे, तो भारत पीओके में अपना झंडा फहरा सकता है.

PM मोदी के पास इतिहास लिखने का मौका

सौरभ भारद्वाज ने पाक अधिकृत कश्मीर के संदर्भ में कहा कि इतिहास में कुछ ही अवसर होते हैं जब किसी नेता को महत्वपूर्ण निर्णय लेने का मौका मिलता है. उन्होंने 1971 का उदाहरण दिया, जब पाकिस्तान ने स्व. इंदिरा गांधी को नया इतिहास रचने का अवसर प्रदान किया, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ. इसी तरह, 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी ऐसा ही मौका मिला, जिसका परिणाम भारत के पक्ष में रहा. अब 2025 में पाकिस्तान ने पहलगाम में आतंकी हमले के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और अवसर दिया है. इसलिए, उनकी मांग है कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लें.

सौरभ भारद्वाज ने यह बताया कि लगभग एक-तिहाई जम्मू कश्मीर अभी भी पाकिस्तान के नियंत्रण में है. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, देश के सभी धर्म, जाति, संप्रदाय और समुदाय के लोग प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े हैं. सभी एकजुट होकर पीओके को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. यह प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि यदि वह एक संकेत दें, तो हमारी सेना पीओके में तिरंगा लहराकर दिखा सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि यह पाकिस्तान को एक सबक सिखाने का सही समय है.