समीर शेख, बड़वानी। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर जहां बीजेपी और कांग्रेस में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत जारी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रथम चरण चुनाव के लिए नाम वापसी की तिथि भी समाप्त हो गई है। इस बीच पंचायत चुनाव (Panchayat election) को लेकर कई गांवों से अच्छी खबरें भी आ रही है।
बड़वानी जिले की ग्राम पंचायत काजल माता में ग्रामीणों में चुनाव को लेकर लोगों में कटुता ना आए और आपसी संबंध खराब ना हो इललिए सर्व सम्मति से सरपंच को चुनते आ रहे हैं। इसी कड़ी में लगभग 3 हजार मतदाता वाले इश गांव में पूर्व में हुए विकासकार्यों और आपसी वाद विवाद ना हो इसके लिए गांव में 10 वर्षों से सरपंच मुकुंद पटेल को ही निर्विरोध सरपंच चुना गया है। किंतु इस साल मुकुंद के सामने उनके भतीजे ने दावेदारी पेश करने की बात कही थीं।
इसपर ग्रामीणों ने बैठक की और आपसी मतभेद ना हो और गांव में पूर्व में हुए विकास को देखते हुए मुकुंद को जहां सरपंच बनाया गया है वहीं उसके भतीजे राजू को आपसी सहमति से उपसरपंच बनाया गया है। ग्रामीणों के इस पहल की न सिर्फ गांव में बल्कि आसपास के गांवों में चर्चा हो रही है।
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