Google Bard: Google ने कुछ वक्त पहले Bard को लॉन्च किया है, जो कंपनी का AI बेस्ड चैटबॉट है. कंपनी ने इस चैटबॉट को OpenAI के ChatGPT की टक्कर में लॉन्च किया है. हालांकि, कंपनी की एक्जीक्यूटिव्स को ही लगता है कि Bard पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. गूगल की UK एक्जीक्यूटिव Debbie Weinstein की मानें तो Google का AI चैटबॉट भरोसेमंद जानकारी देने में स्ट्रगल करता है.

उन्होंने ये जानकारी एक इंटरव्यू में दी है. Google UK की मैनेजिंग डायरेक्टर Debbie Weinstein ने कहा है कि Bard के जवाबों को Google पर क्रॉस चेक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि लोग Google पर भरोसेमंद जानकारी के लिए विश्वास करते हैं और हम लोगों को Google सर्च इंजन यूज करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.’

गूगल ने कर्मचारियों को कही ये बात

Google ने अपने इंजीनियरों को यह भी निर्देश दिया है कि वह चैटबॉट्स द्वारा जेनरेट किए गए कोड का इस्तेमाल करने से बचें. Google ने रॉयटर्स को बताया कि बार्ड प्रोग्रामर्स की मदद तो करता है लेकिन यह अनडिजायर्ड कोड का सुझाव दे सकता है.

याद दिला दें कि फरवरी में, इनसाइडर की रिपोर्ट में बताया गया था कि Google ने अपने कर्मचारियों को बार्ड की टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है लेकिन साथ ही टेस्टिंग के दौरान बार्ड में इंटरनल इंफॉर्मेशन शेयर करने से मना किया है. अब जब गूगल बार्ड 180 से ज्यादा देशों में 40 भाषाओं में लॉन्च कर दिया गया है, फिर भी गूगल की चेतावनी अपने कर्मचारियों पर लागू ही है.

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