सुप्रिया पाण्डेय, नई दिल्ली. गूगल ने आज मैरी सोमरविले के सम्मान में डूडल बनाया है, जिसमें वे कुछ लिखती हुई दिखाई दे रही है. मैरी ने विज्ञान के क्षेत्र में काफी योगदान दिए है और 1826 में आज ही के दिन फिजिक्स के विषय में उनके एक्सपेरिमेंट पेपर को यूके में सम्मानित नेशनल अकेडमी ऑफ साइंस की The Royal Society of London के द्वारा पढ़ा गया था.

मैरी ऐसी पहली महिला थीं जिनका रिसर्च पेपर दुनिया के सबसे पुराने साइंस पब्लिकेशन में पब्लिश किया गया था. उनके रिसर्च के माध्यम से ही सौर मंडल को समझने में आसानी हुई थी. मैरी का जन्म 26 दिसंबर 1790 को स्कॉटलैंड के जेडबर्ग में हुआ था. मैरी वैज्ञानिक होने के साथ ही खगोलशास्त्री भी थी.

जब दर्शनशास्त्री जॉन स्टुअर्ट मिल ने महिलाओं को वोट देने के लिए अधिकार को लेकर संसद में एक विशाल याचिका लगाई थी, जिसमें सबसे पहले मैरी ने ही साइन किया था. मैरी महिलाओं के समान अधिकार दिए जाने को लेकर भी प्रयास किया. उन्होंने जाने माने एस्ट्रोनॉमर जॉन काउच एडम्स की मदद नेप्चयून ग्रह को ढूंढ़ने में की थी.