कुंदन कुमार/ पटना। बिहार के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका का आज पटना के गुलबी घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी बेटी गरिमा खेमका स्कॉटलैंड से पटना पहुंच चुकी हैं और कुछ ही देर में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी। उनके अंतिम दर्शन के लिए राम गुलाम चौक स्थित आवास पर भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। बिहार के कई बड़े उद्योगपति, राजनेता और सामाजिक हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आ रहे हैं।

एक संदिग्ध को हिरासत में

इधर, गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पटना पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है और जांच में यह सामने आया है कि हत्या सुपारी देकर करवाई गई थी। बताया जा रहा है कि इसके लिए पेशेवर शूटरों को हायर किया गया था। पटना रेंज के आईजी जितेंद्र राणा ने बताया कि एसटीएफ की टीम लगातार छापेमारी कर रही है।

पुलिस को कुछ साक्ष्य मिले

बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने भी बयान दिया है कि वैज्ञानिक और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस को कुछ साक्ष्य मिले हैं। बेऊर जेल में भी पुलिस ने देर तक छापेमारी की और कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए

इस हत्या के बाद खेमका परिवार ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। परिजनों का कहना है कि पहले ही घर के दो सदस्यों की हत्या हो चुकी है और अब पूरा परिवार डर के माहौल में जी रहा है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने गोपाल खेमका के छोटे बेटे को सुरक्षा मुहैया करवाई है। अब दो पुलिसकर्मी 24 घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।

वापस ले ली गई थी सुरक्षा

गौरतलब है कि गोपाल खेमका को पहले सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन अप्रैल 2024 में वह वापस ले ली गई थी। अब लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि अगर उनकी सुरक्षा नहीं हटाई गई होती, तो शायद यह घटना नहीं होती।

जल्द होगी गिरफ्तारी

फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की गहन जांच कर रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही हत्या की साजिश में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।