पटना। शहर के चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड में कोर्ट में स्पीडी ट्रायल की शुरुआत हो चुकी है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में अब गवाहों के बयान लगातार दर्ज किए जा रहे हैं जिससे केस तेजी से आगे बढ़ रहा है।

बेटे ने दर्ज कराया बयान

इस मामले में 8 दिसंबर को पहली गवाही दर्ज की गई थी। मृतक के बेटे डॉक्टर गौरव खेमका ने कोर्ट के समक्ष बयान देते हुए बताया कि उन्होंने ही घटना के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि उनके पिता रोज की तरह क्लब गए थे और लौटते समय घर के पास पहुंचते ही अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। परिजन तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

भतीजा बनेगा गवाह

आज इस केस में दूसरी गवाही दर्ज की जानी है। मृतक के भतीजे कृष्णा खेमका कोर्ट के सामने अपना बयान देंगे। इससे पहले पटना पुलिस उनकी गवाही को केस डायरी में दर्ज कर चुकी है।

गांधी मैदान के पास मारी गई थी गोली

गोपाल खेमका की हत्या 4 जुलाई 2025 की रात करीब 11:30 बजे पटना के गांधी मैदान थाना से महज 500 मीटर दूर उनके आवास के पास हुई थी। अज्ञात अपराधियों ने बेहद नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी थी।

साजिश और सुपारी का खुलासा

पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की साजिश अशोक साह ने रची थी। उसने पटना सिटी निवासी उमेश राय को 4 लाख रुपये में सुपारी दी थी जिसमें से 50 हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। पुलिस मुख्यालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों के बीच हुई बातचीत की एक ऑडियो क्लिप भी सुनाई गई थी।

पहले भी परिवार पर हमला

गौरतलब है कि इसी तरह के पैटर्न पर वर्ष 2018 में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर स्थित फैक्ट्री के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

गार्ड ने बताई थी घटना की पूरी कहानी

घटना के बाद गेट पर तैनात गार्ड राम पारस ने बताया था कि जैसे ही गोपाल खेमका की कार गेट पर पहुंची और उन्होंने हॉर्न बजाया तभी गोलियों की आवाज सुनाई दी। गेट पर पहुंचने पर वे खून से लथपथ थे और पुलिस काफी देर बाद मौके पर पहुंची।