गोरखपुर। आखिरकार दो दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में 30 बच्चों की मौत के मामले में हालात का जायजा लेने के लिए अस्पताल पहुंचे. इसके बाद उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस किया. योगी ने कहा कि हादसे से खुद पीएम मोदी चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि हादसे पर उनकी पूरी नज़र है.
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एक रिसर्च सेंटर खोलने की मांग केंद्र सरकार से मांग की है. योगी ने साफ कहा कि ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति प्रकरण की जांच करेगी और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम मोदी लगातार घटना की जानकारी ले रहे हैं. वे बेदह चिंतित हैं.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
योगी ने कहा कि तथ्य को मीडिया सही तरीके से पेश करे. सीएम योगी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हादसे से ज्यादा अपने कार्यों पर जोर दिया. उन्होंने अस्पताल के दौरे के अलावा पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य इंतजाम पर सफाई दी. उन्होंने पत्रकारों को कहा कि वे वार्ड में जाए और तथ्यों का पता लगाकर सही तरीके से सामने लाएं.
मुख्यमंत्री ने आक्सीजन आपूर्तिकर्ता को भुगतान में विलंब के लिए कॉलेज के प्रिसिंपल को दोषी ठहराते हुए कहा कि नौ अगस्त को गोरखपुर प्रवास के दौरान उन्होंने इन्सेफेलाइटिस, डेंगू, चिकुनगुनिया, स्वाइन फ्लू और कालाजार जैसे मुददों पर अधिकारियों से बातचीत की थी और उनसे पूछा था कि उनकी आवश्यकता क्या है और क्या उन्हें किसी तरह की कोई समस्या है लेकिन ऑक्सीजन आपूर्ति से जुड़ा मुद्दा उनके संज्ञान में नहीं लाया गया.