बिलासपुर. कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय गौरेला में अध्ययनरत कक्षा 6 की छात्रा विन्द्रा नायक की मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने अधिकारियों को तत्काल जांच का निर्देश दिया है. मामले में एक दिन पहले ही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो ने आदिम जाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय सिंह से शिकायत की थी.

घटना की गौरेला के तहसीलदार घनश्याम सिंह कंवर और सर्व शिक्षा अभियान के दो सहायक परियोजना अधिकारियों की टीम ने जांच की है. जांच अधिकारियों ने आवासीय विद्यालय जाकर अधीक्षिका शारदा उइके और छात्रा के साथ रहने वाली अन्य छात्राओं से बयान लिया. जांच से पता चला कि शीतकालीन अवकाश में छात्रा अपने घर गई थी. 31 दिसम्बर 2018 को वह विद्यालय वापस आई थी. चार जनवरी की सुबह 11 बजे छात्रा ने पेट और सिर में दर्द होने की शिकायत की. इस पर छात्रा को सेनेटोरियम हास्पिटल, गौरेला भेजा गया, जहां चिकित्सक डॉ. एआई मिंज ने उसका उपचार करते हुए दवाएं दी. उसके पश्चात् वह वापस आकर शाम चार बजे तक अपने कक्षा में उपस्थित थी. रात में खाना खाकर सोई तब तक तबियत सामान्य थी. अगले दिन पांच जनवरी की सुबह सात बजे अचानक तबीयत अधिक ख़राब होने पर उसे सेनेटोरियम हास्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां डॉ. मिंज ने पुनः उनका उपचार शुरू किया. उपचार के दौरान उसकी आकस्मिक मौत हो गई. पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि छात्रा को मष्तिष्क ज्वर था.

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