निशांत राजपूत, सिवनी। ग्रामीण विकास विभाग (Rural Development Department) के अधिकारियों के ट्रांसफर में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के एक एसडीओ का शासन स्तर से ट्रांसफर सूची और आदेश जारी होने के बाद जिले के अधिकारियों ने जिले में ही ट्रांसफर कर शासन के आदेश पर सवाल खड़ा कर दिया है। यह गड़बड़ी किसी ओर ने नहीं बल्कि दूसरों को नियम कानून बताने वाले जिला पंचायत सीईओ की ओर से की गई है।
एक तरफ ट्रांसफर आदेश पर उनके हस्ताक्षर साफ नजर आ रहे है। वहीं दूसरी तरफ उन्हे जानकारी न होने की बात कर उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ जिला स्तर पर जिन अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है उन्हे भी रिलीव नहीं किया गया है।
दरअसल सिवनी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग (Rural Engineering Department) में पदस्थ एसडीओ प्रभात जैन का मध्यप्रदेश शासन ओर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री (Panchayat and Rural Development Minister) के अनुमोदन पर 5 अगस्त को ग्रामीण यांत्रिकी विभाग जबलपुर संभाग में ट्रांसफर किया गया था। शासन स्तर से बकायदा इसकी सूची जिले में भेज दी गई थी।
बावजूद शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाकर सिवनी जिला पंचायत सीईओ पार्थ जायसवाल (Seoni District Panchayat CEO Partha Jaiswal) ने 22 दिन बाद 27 अगस्त को अनुविभागीय अधिकारी उप संभाग सिवनी, केवलारी, बरघाट छपारा से अनुविभागीय अधिकारी केवलारी एवं सहायक यंत्री कुरई का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया। इसके अलावा जिला स्तर पर ट्रांसफर किए गए उपयंत्री राजाराम तनोडिया श्यामसुंदर परिहार को भी रिलीव कर दूसरी जगह नहीं भेजा गया है।
जिला सीईओ कैमरे के सामने कुछ नहीं बोल रहे
अब इस मामले को लेकर जिला सीईओ कैमरे के सामने कुछ नहीं बोल रहे है। मोबाइल में हुई बातचीत के दौरान उनका कहना है कि उन्हे इस तरह की गड़बड़ी की कोई जानकारी न होने की बात कही जा रही है। वहीं ट्रांसफर आदेश पर उनके हस्ताक्षर गड़बड़ी साफ बयान कर रहे हैं।