रायपुर- छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का आज शुभारंभ हुआ. इस कार्यशाला में इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने कहा कि आधुनिक समय में नागरिक सुविधा के लिए केंद्र, राज्य सहित नगरीय प्रशासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के लिए विभागों के बीच सरलतापूर्वक डाटा का आदान-प्रदान सुनिश्चित करना हमारा प्रमुख लक्ष्य है.
गौरव द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन पर एक ऐसी प्रणाली का विकास किया जा रहा है, जिसमें गांवों तक सेवा वितरण कर नागरिक सशक्तिकरण किया जायेगा. इसके लिए विभिन्न विभागों द्वारा संचालित विभिन्न सेवाओं और प्रमाण पत्रों के वितरण की वर्तमान प्रक्रियाओं का सरलीकरण किया जायेगा.
प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने बताया कि भारत में सूचना प्रौद्योगिकी की शुरूआत 2009 में तात्कालिक प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्लान के माध्यम से मानी जाती है. बुनियादी अधोसंरचना के रूप में स्टेट वाईड एरिया नेटवर्क परियोजना (स्वान) प्रारंभ की गयी. विभागों की योजनाओं को आई.टी. प्रक्रिया से जोड़ने के लिए राज्यों में स्टेट डेटा सेंटर की स्थापना कर डेटा संधारण किया गया. इसी तरह सामान्य सेवा केन्द्र योजना द्वारा गांवों तक पहुंचने का प्रयास किया गया.
चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी समीर विश्नोई ने कहा कि कार्यशाला में दो दिनों तक भारत में प्रचलित नवीन तकनीकों से अवगत कराया जायेगा. इस अवसर पर नई दिल्ली से आये प्रमुख सलाहकार राजीव पाण्डे, एन.ई.जी.डी. रेशमा अग्रवाल, सीनियर टेक्निकल डायरेक्टर पी. गायत्री, एन.आई.सी. तेलंगाना के साथ-साथ चिप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभात मलिक और एन.आई.सी. रायपुर के टी.एन. सिंह भी उपस्थित थे.