दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में ताबड़तोड़ गिरावट का दौर जारी है। इस बीच अगर आप सरकार से तेल की कीमतों में राहत चाह रहे हैं तो आपको निराशा हाथ लगेगी। सरकार इसका फायदा उठाकर खजाना भरने में लगी है।
तेल की कीमतों के कम होने की उम्मीद कर रहे लोगों को केंद्र सरकार ने तगड़ा झटका दिया है। सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क और बढ़ा दिया है। इससे सरकार का खजाना और बढ़ेगा। इस बढ़ोत्तरी की खास बात ये है कि आम आदमी को ये कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी। तेल की खुदरा कीमतें यथावत रहेंगी। इतना जरूर है कि सरकार तेल के अंतरराष्ट्रीय बाजार में सस्ते होने का फायदा आम आदमी को नहीं देगी।
दरअसल, इन दिनों अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोरोना वायरस के कहर के चलते तेल की डिमांड लगभग ना के बराबर है। इस बीच तेल उत्पादक देशों के बीच ताबड़तोड़ तेल उत्पादन की होड़ लगी है। जिसके कारण कच्चे तेल की कीमत में तगड़ी गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली सरकार ने अपना खजाना भरने की गरज से कल पेट्रोल 1.67 और डीजल 7.10 रुपये महंगा कर दिया। अगर आप भी तेल सस्ता होने की उम्मीद कर रहे हैं तो भूल जाइए और महंगे तेल के लिए तैयार हो जाइए।