धोखाधड़ी वाले मोबाइल फोन कनेक्शनों पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भारत सरकार ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करने वाले 5.5 मिलियन फोन नंबरों को बंद कर दिया है. यह “संचार साथी” पोर्टल के माध्यम से शुरू किए गए एक राष्ट्रव्यापी सत्यापन अभियान की वजह से किया गया है. इस अभियान का उद्देश्य अवैध सिम कार्ड के माध्यम से होने वाले साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी पर रोक लगाना है. संसद में संचार मंत्री देवुसिंह चौहान ने इस अभियान की सफलता की घोषणा कि जिसमें बताया गया कि वेरिफिकेशन में जाली दस्तावेजों का पता चलने के बाद 55.52 लाख (5.5 मिलियन) कनेक्शन इनएक्टिव कर दिए गए थे.

सरकार ने बताया, ’70 हजार से ज्यादा सिम एजेंट इन मोबाइल कनेक्शन को बेचने में शामिल थे. उन्हें भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है और 1890 पॉइंट ऑफ सेल (POS) के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. 1,31,961 मोबाइल हैंडसेंट्स भी इसमें शामिल पाए गए हैं. साइबर क्राइम/फ्राइनेंशियल फ्रॉड्स को देखते हुए इन सभी मोबाइल हैंडसेट्स को भी ब्लॉक कर दिया गया है.’

ASTR एक सिस्टम है जो TSPs के द्वारा मिलने वाली जानकारी के आधार पर डुप्लीकेट सिम कार्ड रजिस्ट्रेशन की पहचान करता है. साथ ही ये भी पता लगाता है कि एक व्यक्ति के आधार पर कितने सिम कार्ड जारी किए गए हैं. इसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाती है. ‘संचार साथी’ पोर्टल नागरिकों को संदिग्ध मोबाइल गतिविधि की रिपोर्ट के लिए सशक्त भी बनाता है. यहां पर हर यूजर की जानकारी उपलब्ध होती है. इसकी मदद से ही सिक्योरिटी और प्राइवेसी पर भी नियंत्रण किया जाता है.

क्या है Sanchar Sathi पोर्ट्ल?
Sanchar Sathi पोर्ट्ल को लोगों की सहूलियत के लिए तैयार किया है. इसकी मदद से चोरी या गुम हुए स्मार्टफोन को आसानी से खोजा जा सकेगा. फोन गुम या चोरी होने पर इस पोर्ट्ल पर तुरंत रिपोर्ट् कर सकते हैं.

इसके बाद आपका फोन ब्लॉक हो जाएगा, ताकि आपके फोन से जरूरी डिटेल्स लीक ना हो और उस फोन का कोई गलत तरीके इस्तेमाल ना करें. अगर चोर आपकी सिम निकालकर उस फोन में दूसरी सिम भी डालता है, तो वह भी ब्लॉक हो जाएगी. इतना नहीं कोई और व्यक्ति तो आपके डॉक्यूमेंट पर सिम नहीं चल रहा है, ये भी संचार साथी पोर्टल से चेक कर सकते हैं.